विवेक चौबे
गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ और पर्यटन स्थल में झूला पुल बनाया जाएगा। इसे लेकर ग्रामीण विकास विभाग के इंजीनियर ने स्थल का निरीक्षण किया। यहां विकास के कई अन्य काम भी हो रहे हैं।
झारखंड राज्य हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड के कार्यकारी अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने बताया कि सतबहिनी झरना तीर्थ में 30 लाख रुपए की लागत से दो विवाह मंडप बनकर तैयार हो चुका है। दो करोड़ रुपए की लागत से एक गेस्ट हाउस व एक मल्टीपरपज हॉल का निर्माण कार्य जारी है।
इस स्थल पर मौजूद विभिन्न देवी-देवताओं के मंदिर तक पहुंचने के लिए 94 लाख रुपए की लागत से एक किलोमीटर पीसीसी पथ का निर्माण कार्य किया जाना है। एक करोड़ रुपए की लागत से 20 एकड़ भूमि में चहारदीवारी का जल्द टेंडर होने वाला है।
बुधवार को ग्रामीण विभाग के कनीय अभियंता भविष्य कुमार के साथ पहुंचे संवेदक अमित कुमार ने झूला पुल निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण किया। संवेदक ने बताया कि लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से ऋषिकेश स्थित लक्ष्मण झूला की तरह सतबहिनी में भी झूला पुल का निर्माण किया जाना है।
विधायक प्रतिनिधि प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि सतबहिनी झरना तीर्थ पहुंचने वाले शैलानी और श्रद्धालुओं को हिन्दू धार्मिक न्यास बोर्ड हर तरह कि सुविधा मुहैया कराएगी। आने वाले समय में सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल झारखड राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों में एक होगा।
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 2 वर्षों में सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल का प्रारूप भव्य होगा। यहां दूसरे राज्यों से आने वाले सैलानियों के लिए ठहरने व खाने पीने की भी उत्तम व्यवस्था की जाएगी। कोई भी मांगलिक कार्य करने की पूरी व्यवस्था दी जाएगी। सिंह ने कहा कि आने वाले समय में सतबहिनी झरना तीर्थ का नाम देश स्तर पर हो, इसके लिए विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने ब्लू प्रिंट तैयार किया है।