रांची। नई दिल्ली स्थित भारतीय कृषि अनूसंधान परिषद् (आईसीरएआर) ने एआईईईए पीजी प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा-2022 का परिणाम घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में लगातार दूसरे वर्ष राज्य के एकमात्र बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू), रांची के स्नातकधारी छात्रों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है. इसमें बीएयू के 100 से अधिक छात्र-छात्राएं सफल हुए.
पिछले वर्ष के एआईईईए-2021 परीक्षा में बीएयू के कुल 83 छात्र-छात्राओं ने क्वालीफाई किया था. इस वर्ष बीएयू के कृषि संकाय के 49, पशुचिकित्सा संकाय के 39 और वानिकी संकाय के 12 छात्र-छात्राओं ने रैंक के आधार पर देश के प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालयों के विभिन्न विषयों के पीजी पाठ्यक्रमों में नामांकन की पात्रता हासिल की है.
डीन एग्रीकल्चर डॉ एसके पाल ने बताया कि कृषि संकाय के रांची कृषि महाविद्यालय के 6, कृषि कॉलेज गढ़वा के 12, तिलका मांझी एग्रीकल्चर कॉलेज गोड्डा के 9 तथा हॉर्टिकल्चर कॉलेज खूंटपानी चाईबासा के 22 छात्र-छात्राओं सहित 49 छात्रों को सफलता मिली है. इनमें 16 छात्र एवं 33 छात्राएं है.
डीन ने बताया कि संकाय अधीन गढ़वा एवं गोड्डा स्थित नये कृषि कॉलेज तथा हॉर्टिकल्चर कॉलेज के पहले बैच के स्नातक धारी छात्रों को बड़ी सफलता मिली है. इस कॉलेज के 45 स्नातक छात्रों में से 22 छात्रों ने अखिल भारतीय स्तर पर पीजी प्रवेश पात्रता हासिल की है.
रांची कृषि महाविद्यालय के श्रींन कलाम ने प्लांट साइंस विषय में चौथा, कृषि कॉलेज गढ़वा के सुशील कुमार ने फिजिकल साइंस में 61वां, कृषि कॉलेज गोड्डा के मिताली सिन्हा व हर्षिता सिंह ने एग्री बिजनेस मैनेजमेंट में क्रमशः 19 वां एवं 44 वां रैंक हासिल कर एक मिसाल कायम की है.
डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद ने बताया कि पशुचिकित्सा संकाय के अधीन रांची वेटनरी कॉलेज के 14, फूलो झानो डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज हंसडीहा के 10 और फिशरीज साइंस कॉलेज गुमला के 15 छात्र-छात्राओं सहित 39 छात्र सफल हुए है. इनमें 20 छात्र एवं 19 छात्राएं है.
डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज के छात्र शिवम् कुमार पांडे ने अखिल भारतीय स्तर पर डेयरी टेक्नोलॉजी विषय में पहला रैंक हासिल कर इतिहास रचा. दीपक कुमार सिंह ने 7वां, नेहा सुमन ने 12 वां, स्नेह राज शर्मा ने 20वां और अंकित पंडित को 32 वां रैंक मिला है.
फिशरीज साइंस कॉलेज से मो तोसिक रजा ने 13वां, राजीव रंजन ने 37 वां, जायमा करीम ने 66 वां और महेश शर्मा ने 77 वां रैंक हासिल की है.
डीन फॉरेस्ट्री डॉ एमएस मल्लिक ने बताया कि वानिकी संकाय अधीन कार्यरत एकमात्र रांची वानिकी महाविद्यालय के 12 छात्रों ने देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के पीजी पाठ्यक्रम में नामांकन की पात्रता हासिल की है. इनमें 5 छात्र एवं 7 छात्राएं शामिल है. पिछले वर्ष कॉलेज के 6 छात्रों को सफलता मिली थी.
बताते चले कि कृषि, बागवानी, वानिकी, पशु चिकित्सा, पशु विज्ञान, एवं जैव प्रौद्योगिकी आदि के 73 विषयों में देशभर के कृषि विश्वविद्यालयों/संस्थानों के पीजी डिग्री कार्यक्रमों में प्रवेश पात्रता के लिए आईसीएआर द्वारा राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से प्रतियोगिता आयोजित की जाती है.
यह परीक्षा देश के 88 शहरों के केन्द्रों में आयोजित होती है. सफल अभ्यर्थियों को अपने विषयों में मिले रैंक के आधार पर देश के प्रतिष्ठित कृषि विश्वविद्यालयों/संस्थानों में सीधा नामांकन का मौका मिलता है. पीजी प्रोग्राम की कोर्स अवधि में सफल अभ्यर्थियों को प्रतिमाह जेआरएफ फेलोशिप व शोध के लिए दो किस्तों में सहायता राशि मिलती है.
कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने छात्रों को मिली सफलता पर ख़ुशी जाहिर की है. सभी सफल छात्रों को शुभकामना एवं बधाई दी. उन्होंने कहा कि सीमित सुविधा और शिक्षकों की कमी के बावजूद छात्रों ने शानदार प्रदर्शन कर विवि का मान बढ़ाय है. इस बड़ी सफलता पर विवि के सभी डीन, एसोसिएट डीन एवं प्राध्यापकों के प्रयासों की सराहना की है.