नई दिल्ली। 54 बच्चों और 6 पत्नियों वाले अब्दुल मजीद मैंगल का 75 साल की उम्र में निधन हो गया. मजीद दिल की बीमारी से पीड़ित थे. वो पाकिस्तान के नोशकी जिले के रहने वाले थे और ट्रक ड्राइविंग का काम करते थे. उन्होंने पहली शादी 18 साल की उम्र में की थी.
अब्दुल मजीद ने कुल छह शादियां की थीं. इनमें से दो पत्नियों का पहले ही निधन हो चुका है. मजीद के 54 बच्चों में से 12 बच्चे भी उनके जिंदा रहते ही चल बसे थे, जबकि 42 बच्चे अभी जीवित हैं, जिनमें 22 बेटे और 20 बेटियां हैं.
मजीद के बेटे शाह वली ने बीबीसी को बताया कि 54 बच्चों की जरूरतों को पूरा करना कोई आसान काम नहीं होता, लेकिन हमारे पिता अपनी पूरी जिंदगी इसी काम में लगे रहे. बुढ़ापे के बावजूद वह अपनी मौत से पांच दिन पहले तक परिवार के लिए रोजी-रोटी के खातिर गाड़ी चलाते रहे.
शाह वली ने कहा कि बड़े परिवार के खर्च को पूरा करने की कोशिश में लगे अपने पिता को कभी आराम करते नहीं देखा. वो हर समय कुछ ना कुछ काम करते रहते थे.
शाह वली ने आगे कहा- हममें से कोई बीए तक पढ़ा है, तो कोई कोई मैट्रिक तक. लेकिन हमारे पास कोई रोजगार नहीं है. आर्थिक तंगी के चलते पिता का ढंग से इलाज नहीं करवा सके. सरकारी मदद भी नहीं मिली.
उधर, विनाशकारी बाढ़ ने घर तबाह कर दिया. एक साथ बहुत सी परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं. अब्दुल मजीद मैंगल और उनका परिवार सबसे पहले 2017 में चर्चा आया था. उस वक्त पाकिस्तान में जनगणना हो रही थी.
साल 2017 की जनगणना से पहले क्वेटा शहर के जान मोहम्मद खिलजी सबसे अधिक बच्चों के पिता होने के दावेदार थे. उनके उस वक्त तक 36 बच्चे थे.