- मोर्चा की बैठक में कई मुद्दों पर हुई चर्चा
रांची। झारखंड प्रदेश शिक्षक संघर्ष मोर्चा में शामिल शिक्षक संगठनों की संयुक्त बैठक रांची के बिरसा चौक स्थित सेवा भारती के सभागार में 13 नवंबर को हुई। इसकी अध्यक्षता अमीन अहमद ने की। इसमें शिक्षा, छात्र और शिक्षक हित से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। कई निर्णय लिए गए।
इसमें राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ, झारखंड प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ, झारखंड स्टेट प्राइमरी टीचर्स एसोसिएशन एवं राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ +2 संवर्ग के प्रतिनिधि शामिल हुए। कई शिक्षक ऑनलाइन भी जुड़े।
बैठक में आशुतोष कुमार, विजय बहादुर सिंह, अरूण कुमार दास, प्रकाश मिश्रा, सोमेश मिश्रा, रमापति पांडेय, ओम प्रकाश, भारत भूषण, पंकज दुबे की उपस्थिति रही। डॉ सुधांशु कुमार सिंह, शैलेन्द्र कुमार सुमन, प्रेम प्रसाद राणा, मंगलेशवर उरांव, मकसद जफर हादी सहित अन्य शिक्षकों ने ऑनलाइन जुड़कर अपने विचार रखें।
मोर्चा की बैठक में लिए गए प्रमुख निर्णय
- आरटीई के अनुरूप शिक्षकों से शिक्षण कार्य से इतर तमाम प्रकार के गैर शैक्षणिक कार्य पर पूर्ण रूपेण प्रतिबंध लगाई जाए।
- छठे वेतनमान के अनुरूप शिक्षकों के एंट्री स्केल में उत्पन्न विसंगतियों को दूर करते हुए वेतनमान निर्धारित की जाए।
- शिक्षकों की सेवा शर्त के अनुरूप सभी ग्रेड में प्रोन्नति दी जाए।
- राज्य के अन्य कर्मचारियों की भांति MACP का लाभ दिया जाए।
- शिक्षकों की सेवानिवृति उम्र 60 वर्ष से 62 वर्ष की जाए।
- कैबिनेट से स्वीकृत कैश लेश स्वास्थ्य बीमा योजना यथाशीघ्र राज्य कर्मियों के लिए लागू की जाए।
- BPSC एवं JPSC द्वारा चयनित राज्य के प्राथमिक शिक्षकों को राज्य के सभी प्राथमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्त किया जाए। सरकार द्वारा घोषित सहायक आचार्य की बहाली पर रोक लगाते हुए पूर्व की तरह राज्य में सहायक शिक्षकों के वेतनमान (ग्रेड पे 4200) पर ही प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति की जाए।