इस निजी स्कूल में ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर छात्र को मिली ये सजा

मध्य प्रदेश देश
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मध्य प्रदेश। हैरान कर देने वाली ये बड़ी खबर मध्य प्रदेश के गुना से आयी है, जहां एक निजी स्कूल में असेंबली के दौरान राष्ट्रगान के बाद ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर एक छात्र को दंडित किया गया. यह मामला बुधवार का है.

खबर यह भी है कि छात्र को दंडित करने का मामला सामने आने के बाद गुरुवार को छात्रों के अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने स्कूल के सामने विरोध-प्रदर्शन किया और भजन गाए.

मीडिया की रिपोर्ट में यह बताया जा रहा है कि इस मामले में स्कूल प्रशासन ने अनुशासनात्मक समिति की बैठक करने की बात कही है. वहीं, जिला प्रशासन ने डीईओ के बयान पर प्राथमिकी दर्ज करने का भरोसा दिया है.

मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, मध्य प्रदेश के गुना स्थित क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में सातवीं कक्षा के एक छात्र को असेंबली के दौरान राष्ट्रगान के बाद ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने के बाद दंडित किया गया.

मीडिया से बातचीत के दौरान छात्र ने बताया कि राष्ट्रगान के बाद मैंने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया. इसके बाद एक शिक्षक ने मेरा कॉलर पकड़कर लाइन से बाहर खींच लिया.

पीड़ित छात्र ने बताया कि इसके बाद शिक्षक के द्वारा मुझसे कहा गया कि मैं प्रधानाचार्य के पास जाऊं. उसने बताया कि मेरे क्लास टीचर ने मुझे घर पर ‘भारत माता की जय’ का जाप करने को कहा, न कि स्कूल में. उसने मीडिया को बताया कि इसके बाद मुझे चार-पांच पीरियड के लिए कक्षा से बाहर बैठा दिया गया.

इस मामले में गुना के क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रधानाचार्य फादर थॉमस ने कहा कि छात्र राष्ट्रगान के बाद कैप्टन और वाइस कैप्टन का चयन करने के लिए जा रहे थे. उसी समय एक छात्र ने ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाया.

उन्होंने कहा कि उस छात्र ने यह नारा देशभक्ति के तौर पर नहीं, बल्कि मजाक के तौर पर लगाया था, जो अपमानजक है. फादर थॉमस ने आगे कहा कि इस मामले की जांच करने के लिए एक अनुशासनात्मक समिति की बैठक की जाएगी.

वहीं, क्राइस्ट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ‘भारत माता की जय’ का नारा लगाने पर सातवीं के छात्र को दंडित किए जाने के मामले पर गुना जिले के एडीएम वीरेंद्र सिंह बघेल ने कहा कि छात्र को दंडित किए जाने के बाद छात्रों के अभिभावक और कुछ स्थानीय संगठनों ने स्कूल के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया है.

उन्होंने कहा कि इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) के बयान लिये गए हैं. अभी तक जो शिकायत मिली है, उसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.