- पुरी में एआईआरएफ के 98वें राष्ट्रीय अधिवेशन में कई मुद्दों पर चर्चा
धनबाद। ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने कहा कि पुरानी पेंशन कोई चेरिटी नहीं है। ये रेल कर्मचारियों के लिए सोशल सिक्यूरिटी है। इसे वापस लेने के लिए फेडरेशन किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ एन कन्हैया ने कहा कि आज जो भी सुविधाएं कर्मचारियों को मिली है, उसके पीछे फेडरेशन के संघर्ष का लंबा इतिहास है। अनेकों रेलकर्मियों ने अपनी शहादत दी है। वे पुरी में आयोजित राष्ट्रीय वार्षिक अधिवेशन में मंगलवार को बोल रहे थे। इस अवसर पर पुरी रेलवे स्टेशन परिसर में आम सभा भी हुई।
पुरी टाऊन हाल में आयोजित विशेष प्रतिनिधि सेशन में महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने पुरानी पेंशन पर विस्तार से चर्चा की। सभा की अध्यक्षता फेडरेशन के अध्यक्ष डॉ एन कन्हैया ने की।
सभा में प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए सचिव ने कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली आज फेडरेशन की सर्वोच्च प्राथमिकता में है। नई पेंशन योजना के विरोध में हम केंद्रीय कर्मचारी, राज्यकर्मी, शिक्षकों को साथ लाने की कोशिश कर रहे है। इसके लिए फेडरेशन के केंद्रीय नेतृत्व में बड़े आंदोलन की तैयारी चल रही है। इसमें देशभर के सभी सरकारी कर्मचारी, राज्य कर्मचारी और केंद्रीय कर्मचारी एकजुट होकर हिस्सा लेंगे।
प्रथम चरण में राज्यस्तर पर नयी पेंशन के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत करते हुए देश भर से 5 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को दिल्ली बुलाया जाएगा। दूसरे चरण में संसद का घेराव होगा। इसके बाद भी हमारी बात नहीं सुनी गई तो हम किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। अंतिम चरण में अगर सरकार ने मजबूर किया तो रेल का चक्का जाम करने से भी पीछे हटने वाले नही हैं।
महामंत्री ने कहा कि रेलमंत्री ने कई बार मुलाकात के दौरान कहा कि जो काम रेल कर्मचारी कुशलता पूर्वक कर रहे है, उन्हें कभी आउटसोर्स नहीं किया जाएगा। हमें रेलमंत्री पर भरोसा है, लेकिन सरकार की नीति और नीयत पर नहीं। उन्होंने कहा कि सरकार चोर दरवाजे से टुकड़ों में निजीकरण की साजिश कर रही है। फेडरेशन को यह कतई मंजूर नहीं है।
रेल का निजीकरण किसी के हक में नहीं है। इससे ना रेल का भला होगा, ना रेलकर्मियों। ना ही रेल उपभोक्ताओं को ही कोई फायदा होगा। कोरोना अवधि के मंहगाई भत्ते का एरियर के भुगतान का मुद्दा मरा नहीं है। इस मसले पर भी बात हो रही है।
रेलवे बोर्ड के समक्ष फेडरेशन ने कई महत्वपूर्ण मांगों को रखा है। उचित फोरम पर चर्चा की जा रही है। इन मांगों में रनिंग कर्मचारियों को उच्च ग्रेड पे देने, एलडीसीई ओपन टू ऑल लागू करने, जोखिम भरा काम करने वाले सभी रेलकर्मियों को जोखिम भत्ता देने, सभी निम्न ग्रेड पे के कर्मचारियों को 4200 तक का ग्रेड पे देने, रिक्त पदों पर बहाली करने सहित कई मांग शामिल हैं।
अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित इस अधिवेशन में ईसीआरकेयू के अध्यक्ष डीके पांडेय, महामंत्री एसएनपी श्रीवास्तव, केन्द्रीय कोषाध्यक्ष सह जोनल सेक्रेटरी ओपी शर्मा को मंच पर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर ईसीआरकेयू के कार्यकारी अध्यक्ष एसएसडी मिश्रा, उपाध्यक्ष मनीष कुमार, बिन्दु कुमार, सहायक महामंत्री ओमप्रकाश, एके दा, बीके झा, महेंद्र प्रसाद महतो, सुनील कुमार सिंह, आरएन चौधरी, बसंत दूबे, आईएम सिंह, अजीत कुमार, एसके श्रीवास्तव, आरएन विश्वकर्मा, रूपेश कुमार, सोमेन दत्ता सहित कई रेलकर्मियों ने भाग लिया।
यह जानकारी ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के मीडिया प्रभारी एनके खवास ने दी।