रांची। कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) का 48वां स्थापना दिवस 1 नवंबर को मनाया गया। इस अवसर पर सीसीएल के दरभंगा हाउस मुख्यालय सहित सभी क्षेत्रों में कार्यक्रम हुए। स्थापना दिवस पर सीसीएल में कार्यरत 858 कामगारों को सामूहिक प्रोन्नति दी गई।
सीसीएल मुख्यालय, रांची में आयोजित कार्यक्रम में निदेशक तकनीकी (संचालन) राम बाबू प्रसाद, निदेशक (कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्र, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) बी साई राम सहित मुख्यालय के विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष, श्रमिक संघ के प्रतिनिधि, अधिकारी एवं कामगारों ने ‘शहीद स्मारक’ पर पुष्प अर्पित की। दिवंगत कर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
राम बाबू प्रसाद ने कोल इंडिया का झंडा फहराया। अन्य निदेशकों सहित विभिन्न विभागों के महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष ने सीसीएल और विभिन्न क्षेत्रों के झंडों को फहराया। सीएमडी पीएम प्रसाद ने कोलकाता में कोल इंडिया में आयोजित ‘स्थापना दिवस समारोह’ में भाग लिया।
राम बाबू प्रसाद ने कहा कि देश जो हमसे अपेक्षा रखा है, उसे पूरा करना हमारा दायित्व है। कोरोना काल में भी सीसीएल सहित कोल इंडिया ने देश की ऊर्जा आपूर्ति में योगदान निरंतर जारी रखा।र अपने अस्पताल में कोविड रोगियों का उपचार किया। इसके कारण कोल इंडिया को मोस्ट डिपेंडेबल कंपनी की उपाधि प्राप्त हुई है। सीसीएल में अंतिम छह महिनों में कोयला उत्पादन में 16% की वृद्धि हुई है।
निदेशक (कार्मिक) हर्ष नाथ मिश्र ने कहा कि आज का दिन हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सीसीएल देश की ऊर्जा आवश्यकता को पूरा करने में अपना निरंतर योगदान दे रहा है। हमें उर्जा में स्वालंबन, सामाजिक दायित्व, पर्यावरण संरक्षण पर विशेष बल देते हुए कार्य करना होगा। कंपनी का मुख्य कार्य कोयला उत्पादन करना है, इसके साथ ही अधिक से अधिक पौध रोपण भी करना है।
निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) बी साईराम ने कहा कि सीसीएल विगत वर्षों से उत्तरोत्तर तरक्की कर देश की उर्जा आवश्यकता को पूरी करने की अपनी जिम्मेदारी का सफल निर्वहन कर रहा है। कंपनी सस्टेनेबल माईनिंग पर विशेष ध्यान दे रहा है। सीसीएल उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है। कोल इंडिया के एक बिलियन टन कोयला उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।