कोल इंडिया स्तर पर सीएमपीडीआई को मिले 4 पुरस्कार

झारखंड
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रांची। मिनी रत्न कंपनी सीएमपीडीआई में कोल इंडिया स्थापना दिवस-2022 समारोह 1 नवंबर, 2022 को मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) आरएन झा ने कोल इंडिया के झंडे को फहरा कर किया। समारोह की शुरुआत कॉरपोरेट गीत से हुई।

इस अवसर पर झा ने कहा कि स्थापना काल नवम्बर, 1975 से कोल इंडिया का उत्पादन लगभग 79  मिलियन टन (एमटी) से कई गुणा बढ़कर 2021-2022 में 622 मिलियन टन हो गया। इसे हासिल करने के लिए सीएमपीडीआई ने कोल ब्लॉक्स की पहचान से लेकर विस्तृत ड्रिलिंग,  प्रोजेक्ट प्लानिंग,  पर्यावरणिक और अन्य सम्बद्ध सेवाओं द्वारा अपनी भूमिका निभाई है। देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की भागीदारी 83 प्रतिशत है।

निदेशक ने कहा कि सीआईएल और उनकी सभी सहायक कंपनियां वर्ष 2022-23 के लिए 700 मिलियन टन कोयला उत्पादन लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं। सीआईएल ने 18 प्रतिशत वृद्धि के साथ अभी तक 352 मिलियन टन का उत्पादन किया है। वर्ष 2022-23 के दौरान अक्टूबर तक सीएमपीडीआई ने 6.50 लाख मीटर प्रस्तावित एमओयू लक्ष्य के मुकाबले लगभग 2.78 लाख मीटर ड्रिलिंग किया है। 13 जियोलॉजिकल रिपोर्ट्स के लिए 190 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र को शामिल/कवर कर विस्तृत गवेषण के माध्यम से 4.33 बिलियन टन कोयला भंडार को प्रमाणित श्रेणी में लाया गया है। 17 परियोजना रिपोर्ट तैयार की गयी, जिससे प्रति वर्ष 53 मिलियन टन इंक्रीमेंटल क्षमता में वृद्धि होगी।

झा ने कहा कि सीएमपीडीआई के लिए पहचान की गई रणनीतियां/गतिविधियां के रूप में गैर कोयला क्षेत्र में गवेषण में विविधीकरण, कोयला  एवं गैर-कोयला क्षेत्रों में नेशनल मिनरल एक्सप्लोरेशन ट्रस्ट (एनएमईटी) कोष के माध्यम से गवेषण का प्रयास, कोयला गुणवत्ता परीक्षण सेवाओं का विविधीकरण, सीबीएम और कोयला गैसीकरण परियोजनाओं का सीएमपीडीआई द्वारा एक प्रोजेक्ट इम्पिलीमेंटशन एजेंसी के रूप में इम्पिलीमेंटशन, सीआईएल/सहायक कम्पनियों के लिए कोयले की ई-ऑक्शन हेतु कोल ई-ऑक्शन प्लेटफॉर्म का विकास, सीआईएल में ड्रोन आधारित सर्वेक्षण द्वारा फोटोग्रामेट्री और लिडार तकनीक का उपयोग करते हुए ओबीआर सर्वे,  लैंड रिक्लेमेशन, माइन क्लोजर मॉनिटरिंग आदि क्षेत्रों के लिए डाटा एकत्रीकरण,  गैर कोयला क्षेत्र में पर्यावरणिक सेवाएं प्रदान करने तथा संबंधित क्षेत्रीय संस्थानों में नॉन-डिस्ट्रक्टिव टेस्ट (एनडीटी) सेल की स्थापना संबंधी कार्यों को रेखांकित किया गया है।

कोल इंडिया स्तर पर सीएमपीडीआई को 4 पुरस्कार यथा ‘गवेषण पुरस्कार (सर्वोत्तम ड्रिलिंग कैम्प)’ वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान वेधन (ड्रिलिंग) उत्पादकता में 43.82 प्रतिशत वृद्धि (744 मी0/ड्रिल/माह से 1070 मी0/ड्रिल/माह) और 103 प्रतिशत ड्रिलिंग लक्ष्य प्राप्त करने के लिए क्षेत्रीय संस्थान-5 एवं सीएमपीडीआई और बिलासपुर के अधीन कुसमुंडा ड्रिलिंग कैम्प, सीएमपीडीआई के ‘सर्वश्रेष्ठ विभागाध्यक्ष’ के लिए पुरस्कार चिरंजीब पात्रा, महाप्रबंधक (यूएमडी/सीईडी), सर्वेश्रेष्ठ क्षेत्रीय निदेशक पुरस्कार’ आरके महापात्रो-भूतपूर्व क्षेत्रीय निदेशक एवं वर्तमान में सीएमपीडीआई (मुख्यालय) में महाप्रबंधक (एचआरडी) के पद पर कार्यरत एवं सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय संस्थान-4-नागपुर के कॉलोनी परिसर को इम्पलाई वेलफेयर/क्लीननेस ऑफ मेंटेनेंस का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है।

इस अवसर पर सीएमपीडीआई के अधिकारी एवं कर्मचारियों के बच्चों को भी संस्थान की ओर से सम्मानित किया गया, जिन्होंने वर्ष 2021-22 में बेहतरीन शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल की है। इनमें दसवीं कक्षा के मास्टर रीशिभ ठाकुर, सुश्री सोनाली कुमारी, सुश्री प्रज्ञा पाण्डेय वहीं 12वीं कक्षा के मास्टर सौरजेश मुखर्जी एवं मास्टर अनिश अरोड़ा शामिल हैं। संस्थान के निदेशक (तकनीकी/आरडीएंडटी) श्री आर0एन0 झा ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। पुरस्कार स्वरूप राशि बच्चों के बैंक खातों में जमा करा दी जाएगी। मंच का संचालन एवं धन्यवाद सहायक प्रबंधक (राजभाषा) अभय मिश्र ने किया।