कांके हाट में वेटनरी छात्रों ने लंपीस्किन रोग पर चलाया जागरुकता अभियान

झारखंड
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  • छात्रों के लिए लंपी वायरस पर पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन

रांची। रांची वेटनरी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट ने शनिवार को कांके से सटे गांव और स्थानीय कांके हाट में लंपीस्किन (गांठदार त्वचा) रोग पर जागरुकता अभियान चलाया। कॉलेज के एनएसएस कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ प्रवीण कुमार के मार्गदर्शन में 25 सदस्यीय वेटनरी छात्रों के दल ने पोस्टर एवं अन्य माध्यमों से लंपी वायरस रोग के लक्षण, बीमार पशुओं पर प्रभाव, बचाव एवं देखभाल सबंधी जानकारी से करीब 72 पशुपालक और किसानों को जागरूक किया।

छात्रों ने बताया कि मवेशियों में होने वाला यह एक संक्रामक रोग है। इस रोग से पशुओं की त्वचा पर गांठें होती हैं, जो एक त्वचा रोग है। बुखार, बढ़े हुए सतही लिम्फ नोड्स और 2-5 सेंटीमीटर व्यास  (1-2 इंच) की कई नोड्यूल इसकी विशेषता है।

इस रोग से संक्रमित मवेशी के अंगों में सूजन और लंगड़ापन दि‍खता हैं। मवेशी की त्वचा को स्थायी नुकसान होता है। मवेशी की व्यावसायिक मूल्य कम हो जाती है। इस रोग से मवेशी में दुर्बलता, कम दूध उत्पादन, कम विकास, बांझपन, गर्भपात और कभी-कभी मवेशी मृत्यु हो जाती है। इस बीमारी में बचाव हेतु विशेष देखभाल का विशेष महत्‍व है।  

डॉ प्रवीण कुमार के मुताबिक इस अभियान में पीड़ित मवेशी की देखभाल और बचाव की विस्तृत जानकारी छात्रों द्वारा दी गयी। पशुपालकों और किसानों ने एनएसएस कार्यक्रम अधीन वेटनरी छात्रों के प्रयासों की काफी सार्थक बताया और सराहना की।

इस अभियान के सफल कार्यान्वयन पर डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद और यूनिवर्सिटी एनएसएस को-ऑर्डिनेटर डॉ बीके झा ने एनएसएस पदाधिकारी एवं छात्रों को बधाई दी।

रांची वेटनरी कॉलेज की राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) यूनिट ने देश में मवेशियों पर लंपी वायरस का प्रकोप, देखभाल एवं बचाव विषय पर वेटनरी छात्रों के लिए पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसमें कॉलेज के 26 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। पोस्टर के माध्यम से लंपी वायरस की उपयोगी बिन्दुओं से सभी काफी प्रभावित हुए। छात्रों की पोस्टर प्रदर्शनी की डीन वेटनरी डॉ सुशील प्रसाद एवं कॉलेज के प्राध्यापकों ने सराहा।