उत्तर प्रदेश। थाना परिसर या उसके आसपास गाड़ियों का अंबार लगा रहना नई बात नहीं है। विभिन्न मामलों की जांच के क्रम में ये गाड़िया पुलिस जब्त कर लाती है। मामला का निपटारा होने तक उसे अपने कब्जे में रखती है।
थाना में पुलिस हमेशा मौजूद रहती है। ऐसे में यहां से गाड़ियों की चोरी नहीं होती है। ऐसे भी अन्य जगहों पर चोरी को भले अंजाम दे दें, पर थाना में उसकी हिम्मत घटना को अंजाम देने की नहीं होती है।
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में थाना बड़हलगंज में भी जब्त की गई गाड़ियां रखी गई थी। हालांकि वह गायब हो रही थी। एक दिन खबर मिली कि खड़ी गाड़ियों में से 17 बाइक गायब हैं।
इस घटना की सूचना मिलते ही सबके होश उड़ गये। इसके बाद मामले की जांच कराने का निर्णय लिया गया। जांच में पता कि वहां हेड कांस्टेबल ही थाने से गाड़ियां चोरी करा रहे था।
बाइक गायब कर हेड कांस्टेबल ने जिस व्यापारी को इसे बेचा था, पुलिस जांच में उस तक पहुंच गई। उसे कड़ाई से पूछताछ की गई। उसने सब उगल दिया। दोनों को जेल हो गई है।