हर +2 उच्च विद्यालय में उर्दू इकाई की स्वीकृति की मांग की शिक्षक संघ ने

झारखंड शिक्षा
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रांची। झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ की केंद्रीय कमेटी की ऑनलाइन मीटिंग हुई। इसकी अध्यक्षता केंद्रीय वरीय उपाध्यक्ष नाजिम अशरफ एवं संचालन केंद्रीय महासचिव अमीन अहमद ने किया। इसमें रांची, लोहरदगा, गुमला, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, सराईकेला-  खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, चतरा आदि जिला के पदधारी शामिल हुए। मौके पर कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

संघ के प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि सरकार को राज्य के सभी +2 उच्च विद्यालयों में उर्दू विषय की एक यूनिट स्वीकृत करनी चाहिए, क्योंकि उर्दू झारखंड की दूसरी राजभाषा है। हिंदी एवं अंग्रेजी की तरह यह भी एक मातृभाषा विषय है। इसके लिए छात्रों की संख्या की मांग करना गलत है।

पदधारियों ने कहा कि राज्य में प्रत्येक वर्ष हिन्दी के बाद सबसे ज्यादा उर्दू विषय से विद्यार्थी मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं। अन्य विषयों की तरह उर्दू की भी यूनिट सभी + 2 विद्यालयों में होने से उर्दू पढ़ने वाले बच्चे स्वत: किसी भी +2 विद्यालय में नामांकन ले सकेंगे।

बिहार सरकार द्वारा झारखंड को 4401 उर्दू शिक्षकों की स्वीकृत इकाइयां उपलब्ध कराई गई है। इसे एक साजिश के तहत सरेंडर करने की कोशिश की जा रही है, जिसका विरोध किया जायेगा।

नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली में शिक्षकों को सहायक आचार्य के पद पर ग्रेड पे 2400 एवं 2600 में किये जाने का विरोध किया गया। सदस्‍यों ने कहा कि इससे राज्य के शिक्षा व्यवस्था में प्रतिकूल असर पड़ेगा। इसलिए पूर्व की भांति सहायक अध्यापक के पद पर ग्रेड पे 4200 एवं 4600 में करने की मांग रखी गई।

इसी तरह छठे वेतन आयोग की विसंगतियों को दूर कर उत्क्रमित वेतनमान तत्काल प्रभाव से लागू कराने एवं एमएसीपी का लाभ शिक्षकों को को दिलाने के लिए संघ सक्रिय भूमिका निभाएगा।

योजना मद में शामिल शिक्षकों को गैर योजना मद में स्थानांतरित करने तक उनके वेतन निकासी की जिम्मेदारी डीएसई के बजाए प्रखंड के डीडीओ सह बीईईओ को सौंपने की मांग करने का भी निर्णय लिया गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा राज्य कर्मियों को पूर्व की भांति बोनस दिये जाने के बयान का स्वागत करते हुए जल्द बोनस दिये जाने की घोषणा करने की मांग की गई।

वर्चुअल मीटिंग में मुख्य रूप से अमीन अहमद. नाजिम अशरफ, अब्दुल माजिद, साबिर अहमद, एस अनवर, शहज़ाद अनवर, गुलाम अहमद, एनामुल हक, तौहीद आलम, मुफ़ीद आलम, जमीरुद्दीन अंसारी, शमशेर आलम, मो नसीमुद्दीन, मो फखरुद्दीन, राकिम अहसन, शेरशाह आलम, रौशन आलम आदि शामिल हुए।

संघ की केंद्रीय कमेटी की बैठक 30 अक्तूबर को जमशेदपुर में करने का निर्णय लिया गया। इस बैठक के आयोजन की जिम्मेदारी साबिर अहमद, अब्दुल माजिद खान, गुलाम अहमद,  शमीम अहमद, अब्दुल गफ्फार अंसारी आदि को सौंपी गई।