नई दिल्ली। नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। घर से लेकर कंपनी तक बेचैनी साफ दिख रही है। कहां और क्या है मामला, यह जानने के लिए आगे पढ़ें…
टेस्ला के CEO एलन मस्क के हाथ में ट्विटर की कमान आ चुकी है। एलन ने 44 अरब अमेरिकी डॉलर में कंपनी का अधिग्रहण कर लिया है। उन्होंने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट की नीतियों में बदलाव करने के संकेत दिए हैं।
ट्विटर खरीद डील पूरी करने के बाद मस्क ने सबसे पहले भारतवंशी सीईओ पराग अग्रवाल सहित कई शीर्ष अधिकारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया था।
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार अब वह कंपनी से बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी की योजना में जुटे हुए हैं। उन्होंने प्रबंधन से कर्मचारियों को कंपनी से बाहर के लिए लिस्ट तैयार करने को कहा है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द ट्विटर पर बड़ी संख्या में कर्मचारियों को बाहर का निकाला जाएगा।
कहा गया कि मस्क ने ट्विटर का सफाई अभियान शुरू कर दिया है। उन्होंने ट्विटर के कर्मचारियों की छंटनी का आदेश भी दे दिया है। उन्होंने प्रबंधन से कहा है कि इस प्रक्रिया के दौरान जिन कर्मचारियों को कंपनी से बाहर किया जाना है, उनकी सूची तैयार की जाए।
पहले भी ऐसी खबरें सामने आ रही थीं, जिनमें कहा जा रहा था कि कंपनी के करीब 75 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। कर्मचारियों को मुआवजे के तौर पर स्टॉक अनुदान देने के लिए निर्धारित किया गया है।
मस्क कंपनी के कंटेंट मॉडरेशन पॉलिसी में बदलाव करना चाहते हैं। इसके बारे में उन्होंने एक ट्वीट में बताया है कि ट्विटर व्यापक रूप से कई दृष्टिकोण के साथ एक कंटेंट मॉडरेशन काउंसिल का गठन किया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रतिबंधित खातों की बहाली को लेकर कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।
दुनिया के सबसे बड़े अमीर एलन मस्क ने ट्विटर का स्वामित्व लेने के बाद सबसे पहले कंपनी के भारतवंशी सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई शीर्ष अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया था। जिन अधिकारियों को हटाया गया है, उनमें पराग अग्रवाल और विजय गड्डे के अलावा मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल और जनरल काउंसिल सीन एजेट शामिल हैं।