रांची। एक आठ साल के बच्चे का हाथ मशीन से कट गया था। डॉ विवेक गोस्वामी ने क्रिटिकल सर्जरी कर उसके हाथ को जोड़ा। इसके साथ ही उन्होंने दो ऑपरेशन कर 1 अक्टूबर, 2022 को 50 क्रिटिकल सर्जरी ऑपरेशन करने का रिकॉर्ड बनाया है।
मशीन से कटा हाथ
डॉ विवेक ने बताया कि एक बच्चे का दाहिना हाथ मशीन से कट गया था। इसका क्रिटिकल सर्जरी कर उसे हाथ लगाकर सफल बनाया है। इसके अलावा एक व्यक्ति का कूल्हा पूरी तरह से खराब हो चुका था। वह पोलियो का भी शिकार था। उसके कूल्हे का सफल ऑपरेशन किया गया।
ये समय है कीमती
डा विवेक ने बताया कि प्रॉमिस हेल्थ केयर हॉस्पिटल में डॉ दीपक वर्मा के साथ 8 साल के बच्चे के पूरी तरह कटे हुए हाथ को जोड़ा। इस तरह के केस में 6 से 8 घंटे के भीतर अगर ऑपरेशन ना किया जाए तो अंग को बचाना असंभव हो जाता है। परिजनों को जानकारी मिली थी कि ऐसे कई ऑपरेशन डॉ दीपक वर्मा और डॉ विवेक गोस्वामी की टीम ने किए हैं।
इस टीम ने किया काम
आनन-फानन में हॉस्पिटल पहुंचने के बाद डॉ दीपक वर्मा ने एक्सटर्नल फिक्सेटर द्वारा बिना समय नष्ट करते हुए हड्डी को तुरंत जोड़ा। एनेस्थेटिक डॉ आरएन शर्मा की मौजूदगी में डॉ विवेक को लंबा ऑपरेशन करने में सहायता की। इस तरह की जटिल ऑपरेशन में लखन कुमार साहू, अनूज कुमार, नीतू कुमारी, विकास कुमार गुप्ता, मुस्ताक, शकील जैसे कुशल टेक्नीशियन का सहयोग मिला।

कौन हैं डॉ विवेक
डॉ विवेक गोस्वामी प्लास्टिक एवं माइक्रो वैस्कुलर सर्जन हैं। उन्होंने अपनी माइक्रोवस्कुलर सर्जरी की ट्रेनिंग विश्व के सबसे बड़े माइक्रोवस्कुलर सर्जरी सेंटर सीजीएमएच ताइवान एवं मेलबर्न से हासिल किया है। हाथ को जोड़ने और बचाने के लिए 10 माइक्रोवस्कुलर अनास्टोमोसिस, की गई। मल्टीपल टेंडंस को जोड़कर हाथ को बचाया गया। यह ऑपरेशन दिन के 12 बजे अपराहन से रात 8 तक चला।
कटे अंग को ऐसे बचाये
डॉ विवेक ने बताया कि यदि किसी का शरीर का कोई भी अंग अंगुली, हाथ, पैर लींग कट जाए तो कम से कम 6 घंटे के अंदर अपनी प्लास्टिक सर्जन डॉक्टर से मिलना चाहिए। साथ ही, जो अंग कट गया है उसमें ब्लडिंग वाली जगह पर कपड़ा से बांध देना चाहिए। कटे हुए अंग को प्लास्टिक बैग के साथ बर्फ रख देना चाहिए। इसके बाद जितना जल्द हो सकें डॉक्टर से संपर्क करें। ऑपरेशन सफल रहेगा।