
रांची। सीटू का दो दिवसीय राज्य सम्मेलन लौह नगरी जमशेदपुर में होगा। सम्मेलन के अवसर पर एक रंगारंग जूलूस निकाला जाएगा। इसके बाद एक व्यापक उपस्थिति वाली हॉल मीटिंग आयोजित होगी।
सम्मेलन में सीटू से सम्बद्ध 54 यूनियनों के 378 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। इसमें कोयला, स्टील, बाक्साइट, पत्थर, खनन, बीडी, बिजली, निर्माण, ट्रांसपोर्ट, तांबा, अल्मुनियम और भारी उद्योग समेत विभिन्न परियोजनाओं के स्कीम वर्कर, सेल्स प्रमोशन इम्पलाईज और गिग वर्कर्स के बीच काम कर रही यूनियनें शामिल हैं। ये प्रतिनिधि सम्मेलन के सांगठनिक सत्र में महासचिव के प्रतिवेदन पर चर्चा कर इसे समृद्ध करते हुए आगामी तीन वषों के लिए नए नेतृत्व का चुनाव भी करेंगे।
सम्मेलन की तैयारी के लिए टाटानगर के रेलवे, बैंक इंश्योरेंस, बीएसएनएल, पोस्टल राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों के फेडरेशनों, किसानों, महिलाओं और लेखकों के जन संगठनों एवं शहर के प्रबुद्ध नागरिकों को लेकर एक व्यापक आधार वाली स्वागत समिति का गठन किया गया है। इसके चैयरमैन एक्सएलआरआई के प्रोफेसर शांतनु सरकार बनाए गए हैं।
सम्मेलन में प्रख्यात श्रमिक नेता और सीटू के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व सांसद तपन सेन, अखिल भारतीय उपाध्यक्ष ज्ञान शंकर मजूमदार, कोल वर्कर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव डीडी रामानंदन, सीटू झारखंड के अध्यक्ष मिथिलेश सिंह, राज्य महासचिव प्रकाश विप्लव, कोल्हान इलाके मे सीटू के संस्थापक नेता केके त्रिपाठी के अलावा विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के विरादराना प्रतिनिधि भाग लेंगे।
सीटू राज्य सम्मेलन में मुख्य फोकस शासक वर्ग द्वारा मजदूरों-कर्मचारियों के जीवन- जीविका पर किए जा रहे हमले, रोजगार का बढ़ता संकट, असंगठित क्षेत्र के कामगारों समेत ठेका एवं आउटसोर्सिंग मजदूरों को कम से कम 26 हजार रुपये मासिक न्यूनतम वेतन और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी के अलावा नफरत की मुहिम के विरूद्ध सामाजिक सद्भाव के अभियान पर रहेगा।