छपरा (बिहार)। चर्चित फिल्म अभिनेत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय मतंग सिंह की धर्मपत्नी ख्याति सिंह बिहार की राजनीति में एंट्री करने जा रही है। चर्चा है कि इनका कार्य क्षेत्र इनके पति का गृह जिला छपरा ही होगा। इनका ससुराल छपरा जिले के तरैया विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। यह महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र का एक भाग है।
कोविड काल में तरैया मसरख बनियापुर गोरियाकोठी महाराजगंज एकमा मांझी विधानसभा क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए राशन एवं आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने वाली ख्याति सिंह पूरी तैयारी के साथ सारण के विकास के लिए कृत संकल्पित होकर आ रही है। एक विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि यह जरूरी नहीं कि आप चुनाव लड़कर ही लोगों से अपनी सेवा करें। बिना चुनाव लड़े भी लोगों की सेवा की जा सकती है। दिवंगत पति चाहते थे कि वह महाराजगंज एवं तरैया विधानसभा क्षेत्र अपना कर्म क्षेत्र बनाएं।
ख्याति ने कहा कि महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र के सभी विधानसभा क्षेत्र पिछड़े हुए हैं। जो विकास होना चाहिए, वह नहीं हुआ। इस इलाके की मुख्य आर्थिक व्यवस्था गन्ने की फसल पर टिकी हुई थी, पर चीनी मिलों के बंद हो जाने के बाद किसान बदहाल हो गए। उनके लिए कोई व्यवस्था ना सरकार की तरफ से हुई ना स्थानीय स्तर पर किसी भी राजनेता ने की। जो लोग आए सपने दिखाए और सपने के बदले में वोट लेकर चलते बने। यह भी सत्य है कि बिहार में अभी तक केवल औद्योगिक क्रांति की बात हुई है। सरकार कुछ करना ही नहीं चाहती।
अभिनेत्री के अनुसार वह इलाके में अपने दम पर कई सारे लघु और कुटीर उद्योगों की स्थापना करने जा रही है। इसके माध्यम से महिलाओं को काम मिल पाएगा। उनका पहला लक्ष्य हर हाथ को काम देना है। उनका परिवार सदैव लोगों की सेवा करता रहा है। उनके पति की जन्मभूमि तरैया ही है। इसलिए उसका कर्ज उतारने आई है।
ख्याति ने कहा कि वह साइलेंट तरीके से लोगों की मदद करना चाहती है। यही कारण था कि तमाम दबाव के बावजूद वह ना विधानसभा का चुनाव लड़ी और ना ही विधान परिषद का। एक बड़े राजनीतिक दल ने दोनों चुनाव में उन्हें टिकट देने का अंतिम समय तक प्रयास किया।
चीनी मिल के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सूचना के अधिकार के तहत जो भी जानकारियां एकत्र की गई है। उसके मुताबिक मढ़ौरा में चीनी मिल पुनर्जीवित नहीं हो सकता। उसके बदले उसी जमीन पर कोई दूसरी इकाई लग सकती है। इसकी फिलहाल दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं है। चीनी मिल की सैकड़ों एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा है, जिसको लेकर उन्होंने सरकार और संबंधित विभाग को पत्र भी लिखा है।