रांची। झारखंड में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गयी है और अपराधी बेखौफ। राजधानी रांची के हटिया में नाबालिग से गैंगरेप का मामला सामने आया है।
वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता बाबूलाल मरांडी ने नरकोपी की गैंगरेप पीड़िता के परिजनों से शनिवार को मुलाकात की। मामले में पीड़िता के बयान पर तुपुदाना ओपी में पॉक्सो एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
इधर ओपी प्रभारी मीरा सिंह ने बताया कि रविवार को पीड़िता की मेडिकल जांच करायी जाएगी। चूंकि सभी आरोपी नाबालिग हैं, ऐसे में उन्हें बाल सुधार गृह भेजा जायेगा।
आरोपियों ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। ओपी प्रभारी के अनुसार, आरोपी जुलाई माह से ही नाबालिग को बहला-फुसला कर उसके साथ गलत काम कर रहे थे।
इस बीच पीड़िता की तबीयत बिगड़ गयी। जब परिजनों ने उससे तबीयत खराब होने का कारण पूछा, तो नाबालिग ने उन्हें पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। आरोपी भी नाबालिग के मुहल्ले के ही रहने वाले हैं।
उधर, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को नरकोपी जाकर दुष्कर्म पीड़िता आदिवासी नाबालिग छात्रा के परिजन से मुलाकात की। घटना की जानकारी ली। साथ ही मामले में नरकोपी पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई की भी जानकारी ली। कहा कि घटना घृणित और निंदनीय है।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जब राज्य में सरकार कमजोर होती है, तब इस तरह की घटनाएं घटती हैं। सरकार अपराधियों को सजा नहीं दिला पाती है, तो उनका मनोबल बढ़ता जाता है। मौके पर नीरज कुजूर, सुखदेव कच्छप, मुखिया जतरू उरांव सहित अन्य मौजूद थे।