गोड्डा। विधायक बीच सड़क पर बैठकर नहाने लगी। इस दौरान चारों ओर से उनके समर्थक और जनता ने उन्हें घेर रखा था। इसकी वजह से महाभारत मच गया। यह घटना झारखंड के गोड्डा जिले में घटी। कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-133 की मरम्मत की मांग को लेकर 21 सितंबर को जल सत्याग्रह पर बैठीं। इसे लेकर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री और सांसद ने पलटवार किया।
दीपिका पांडेय सिंह झारखंड के महागामा की विधायक है। वह मेहरमा बाराहाट पिरोजपुर चौक में जलजमाव वाली जगह पर एनएच 133 पर धरना पर बैठीं। सड़क में जमा पानी अपने शरीर पर डाला। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण और मरम्मत का कार्य केंद्र सरकार के अधीन है। मई महीने में इस सड़क का कांट्रैक्ट दिया गया था, लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ है।
विधायक ने पूछा कि NHAI का कार्य अब तक शुरू क्यों नहीं हुआ? जब तक इस पर काम शुरू नहीं होगा तब तक हम यहां से नहीं उठेंगे। आम जनता की परेशानी को देखते हुए अब इंतजार नहीं किया जा सकता है।
इसपर भाजपा के गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे ने कहा कि महगामा की कांग्रेस विधायक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ धरने पर बैठीं हैं। यह नेशनल हाइवे है। राज्य पथ निर्माण विभाग रखरखाव करता है। इसका पैसा केंद्र सरकार ने 75 करोड़ 6 महीने पहले दे रखा है।
पथ निर्माण विभाग के मंत्री हेमंत सोरेन हैं। उनकी लापरवाही या कमीशन खोरी के कारण यह नहीं बन पा रहा है। इसके पहले भी कांग्रेस महगामा दिग्घी पथ पर धान रोप चुकी है। मैंने उस दिन भी कहा था कि यह राज्य सरकार का रोड है। कल ही इस पथ का शिलान्यास मुख्यमंत्री ने किया। विधायक साथ थीं।
पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कांग्रेस की एक विधायक गोड्डा जिले में उस नेशनल हाईवे में गड्ढे के खिलाफ धरने पर बैठ गई हैं, जिसका रखरखाव का जिम्मा झारखंड सरकार के पास है। केंद्र ने तो पैसे भी राज्य सरकार को दे दिया है। लगता है मुख्यमंत्री हेमंत के रवैये से खफा कांग्रेसी अब उन्हें निशाना बना रहे हैं।