MP के पत्र पर सरकारी और निजी स्‍कूलों को कार्रवाई करने के निर्देश, ये है मामला

झारखंड शिक्षा
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रांची। सांसद संजय सेठ ने विद्यार्थियों को लेकर एक अहम मुद्दा उठाया है। इसकी रोक‍थाम के सुझाव दिए हैं। उन्‍होंने इस संबंध में रांची उपायुक्‍त को पत्र लिखा है। वस्‍तुस्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीसी के निर्देश के आलोक में रांची जिला शिक्षा अधीक्षक आकाश कुमार ने इसपर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस बाबत उन्‍होंने जिले के सभी क्षेत्र शिक्षा पदाधिकारी, अवर विद्यालय निरीक्षक, रांची-1 और 2, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्राचार्य, सभी निजी विद्यालय, विद्यालय के प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापिक, प्रभारी प्रधानाध्यापक को पत्र जारी किया है।

सांसद ने पत्र में लिखा है कि हाल के दिनों में धुर्वा डैम में डूबकर असमय काल के गाल में समाने वाले विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। ये विद्यार्थी विभिन्न कॉलेज और स्कूलों से जुड़े हुए रहे हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। परिवार के लिए भी और समाज के लिए भी। जिन परिवारों के बच्चे हादसे का शिकार होते हैं, उनपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके, इसके लिए मेरे कुछ सुझाव हैं, जिस पर संबंधित विद्यालयों को निर्देशित किए जाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।

संजय सेठ ने लिखा है कि रांची जिला के सभी निजी और सरकारी विद्यालयों को यह निर्देश दिया जाए कि प्रत्येक विषय की कक्षा में उपस्थिति बनाने की व्यवस्था हो, ताकि विद्यार्थियों की उपस्थिति का पता चल सके। विद्यालयों के आसपास ठेले, खोमचे और गुमटी व अन्य दुकानों में डेंड्राइट और अन्य नशीली वस्तुएं बेचने वालों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। बच्चे बड़ी तेजी से इनकी गिरफ्त में आ रहे हैं। इस दिशा में भी सख्ती बरतने की जरूरत है, ताकि बच्चे पढ़ने लिखने की उम्र में नशाखोरी का शिकार नहीं बन सके।

रांची के धुर्वा डैम सहित विभिन्न बड़े जलाशयों के आसपास ऐसी व्यवस्था की जाए, ताकि स्कूल के टाइम में वहां जाने वाले बच्चे को रोका जा सके। स्कूल ड्रेस में जो बच्चे ऐसे जलाशयों के आसपास दिखते हो, उनके साथ सख्ती बरती जाए। अभिभावकों को तत्काल सूचना दी जाए। इस पर रोक लगाई जाए।

रांची शहर में नाबालिग बच्चों के द्वारा तेज गति से बाइक चलाने की जानकारी भी सामने आती रहती है। बड़ी संख्या में नाबालिग बच्चे स्कूटी और बाइक से स्कूल जाते हैं। यह स्थिति भी अच्छी नहीं है। बच्चे कई बार रांची शहर के बाहर जाकर दुर्घटना के शिकार होते हैं।

उपरोक्त सभी विषयों पर मेरा स्पष्ट सुझाव है कि विद्यालयों को सख्त निर्देश दिए जाएं। प्रशासनिक स्तर पर पहल हो। स्कूटी और बाइक परिचालन के मामले में अभिभावकों से संपर्क किया जाए। ऐसे बच्चे जो बाइक चलाते हुए पकड़े जाएं, उनके अभिभावकों से जुर्माना वसूला जाए। सख्ती बरतते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि हमारे समाज के जो भविष्य हैं, ऐसे बच्चे असमय काल के गाल में समाने से बच सकें। एक बेहतर समाज का निर्माण करने में सहायक हो सकें।

डीसी के आदेश का हवाला देते हुए जिला शिक्षा अधीक्षक ने स्‍कूलों को लिखा है कि सांसद द्वारा कई मामले में सख्ती बरतते हुए कानूनी कार्रवाई करने के सुझाव दिये गये है। अतः निर्देश दिया जाता है कि पत्र में वर्णित तथ्यों के आलोक में अपने स्तर से आवश्यक अग्रेतर कार्रवाई करते हुए संबंधित प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।