सेक्स थेरेपी पर सीआईपी में सीएमई, जागरुकता पैदा करने पर जोर

झारखंड सेहत
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रांची। विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस पर केंद्रीय मनोरोग संस्थान ने मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए सेक्स थेरेपी पर एक दिवसीय सीएमई का आयोजन किया। सत्र का उद्घाटन सीआईपी निदेशक प्रो बासुदेव दास ने किया। उन्होंने विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस पर बात की, जो यौन स्वास्थ्य के बारे में जागरुकता पैदा करने के लिए 4 सितंबर को मनाया जाता है।

डॉ दास ने इस वर्ष के विषय के बारे में भी उल्लेख किया है। यह ‘चलो आनंद की बात करते हैं’ है, जो समग्र यौन स्वास्थ्य और कल्याण में यौन आनंद की भूमिका को पहचानता है। उन्होंने यौन स्वास्थ्य के बारे में कलंक को कम करने के लिए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के बीच विकासशील कौशल के महत्व पर जोर दिया। इसी पृष्ठभूमि में सीआईपी ने एक अलग साइकोसेक्सुअल क्लिनिक खोला है, जो सीआईपी के बाह्य रोगी विभाग में प्रत्येक सप्ताह बुधवार को चलता है।

सत्र के बाद डॉ देयाशिनी लाहिरी ने व्याख्यान दिया। सेक्स थेरेपी की अपनी गहन प्रस्तुति में उन्होंने यौन सुख के आसपास के विभिन्न मिथकों और हमारे समाज में जागरुकता पैदा करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने मानव यौन प्रतिक्रिया चक्र पर भी जोर दिया। यौन समस्याओं से संबंधित विकारों वाले व्यक्तियों की सहायता के लिए व्यक्ति की संस्कृति के संदर्भ में चिकित्सीय तकनीकों के अनुप्रयोग पर प्रकाश डाला।

विश्व यौन स्वास्थ्य दिवस पर चर्चा का समापन डॉ स्वर्णाली बोस, नैदानिक ​​मनोविज्ञान, सीआईपी के सहायक प्रोफेसर के धन्यवाद से हुआ। उन्होंने यौन स्वास्थ्य विशेषज्ञों को यौन स्वास्थ्य के संदर्भ मे सहज दृष्टिकोण अपनाने पर बल दिया।