प्रशांत अंबष्ठ
गोमिया (बोकारो)। बोतल देखकर शायद आपलोग सोच रहे होंगे कि यह कोल ड्रिंक है। यकीन करें यह कोल ड्रिंक नहीं, बल्कि पानी है। सीसीएल की स्वांग कोलियरी के प्रत्येक क्वार्टर में सप्लाई में आता है।
स्थानीय कालोनीवासियों के मुताबिक सीसीएल द्वारा सप्लाई होने वाला पानी हैं। इसे पीने के लिए सारे कोयलाकर्मी मजबूर हैं। ऐसी पानी को पीकर आये दिन प्रत्येक घर में कोई ना कोई गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो रहा है।
बताते चलें कि विगत दो तीन वर्षो में विधायक से लेकर कई नेता, सीसीएल के बड़े ऑफिसर ने स्वांग फिल्टर प्लांट का निरीक्षण किया है। आश्वासन दिया कि कुछ महीनों में इसे दुरुस्त कर सभी कर्मियों के घरों में शुद्ध और साफ पानी की सप्लाई की जाएगी। हालांकि 2-3 साल बीत जाने के बाद भी कर्मियों को साफ पानी नहीं मिला। खासकर बरसात के दिनों में।
स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां कोनार नदी से पानी दिया जाता हैं। यही कोनार नदी से आईएएल बारूद फैक्ट्री गोमिया भी पानी दिया जाता है। वहां का पानी इतना साफ होता है कि लोग 10-12 किलोमीटर से ढोकर अपने घर पीने के लिए ले जाते हैं।
सीसीएल के कामगार या उनके बच्चे भी उस पानी को ढोने का काम करते हैं। मजेदार यह है कि स्वांग कोलियरी के आवासीय क्षेत्र में यूनियन के कई नेता और कार्यकर्ता भी रहते हैं। इसके बाद भी कर्मियों को गंदे पानी की सप्लाई से निजात नहीं मिल पा रहा है।