नई दिल्ली। दस दिनों तक चलने वाले गणेश चतुर्थी उत्सव का शुक्रवार को दुखद समापन हुआ। कल ही मूर्तियों का विसर्जन भी किया गया। इस दौरान डूबने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
उत्तर प्रदेश और हरियाणा की अलग- अलग घटनाओं में गणेश विसर्जन के दौरान 15 लोगों की डूबने से मौत हो गई। हरियाणा के महेंद्रगढ़ और सोनीपत जिलों में शुक्रवार शाम भगवान गणेश की प्रतिमा विसर्जित करने के दौरान छह लोगों की डूबने से मौत हो गई। महेंद्रगढ़ में चार युवक नहर में डूब गये, जबकि दो सोनीपत में यमुना नदी में डूब गये।
बता दें कि महेंद्रगढ़ में करीब सात फुट की मूर्ति विसर्जन के लिए ले जा रही टोली, जब नहर में पानी की धारा में बह गई, तो नौ युवक बह गए। जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से बचाव अभियान शुरू किया। इस घटना में चार की मौत हो गई, अन्य को बचा लिया गया।
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में गणेश विसर्जन के दौरान नौ लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। उन्नाव में तीन, संत कबीर नगर में चार, ललितपुर में दो युवकों की मौत हो गई।
उन्नाव की बात करें, तो यहां दो बच्चों की डूबने से तुरंत मौत हो गई। तीसरे बच्चे को इलाज के दौरान अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, बच्चे भगवान गणेश की मूर्तियों को गंगा नदी में विसर्जित करने गए थे। इस दौरान पांच बच्चे गंगा नदी में डूबने लगे। वे सभी अचानक गहरे पानी में चले गए थे। मौके पर मौजूद लोगों ने बच्चों का रेस्क्यू किया। हालांकि, तब तक दौ की मौत हो गई थी।
दूसरी घटना संत कबीरनगर की है। आमी नदी में डूबने से 4 बच्चों की मौत की बात सामने आ रही है। ये बच्चे पूजा सामग्री विसर्जन करने नदी किनारे गए थे। वे सभी अचानक गहरे पानी में चले गए और डूब गए। बाद में गोताखोरों की मदद से चारों बच्चों के शव को बाहर निकाला गया।
दो युवकों की तालाब में डूबकर मौत
उत्तर प्रदेश के ही ललितपुर में गणेश प्रतिमा विसर्जन के दौरान दो युवकों की तालाब में डूबकर मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक, युवक को बचाते हुए तालाब में कूदे मुस्लिम युवक की भी मौत हो गई।