यूपी पुलिस कर रही है हैकथान, विजेताओं को मिलेगा 50 हजार रुपये

उत्तर प्रदेश देश
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  • 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों 25 अगस्‍त तक कर सकते हैं आवेदन

लखनऊ (उत्तर प्रदेश)। योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश में अपराध एवं कानून व्यवस्था पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस आधुनिकीकरण एवं तकनीकी सक्षमता पर ध्यान दे रही है। मुख्यमंत्री के प्रयासों का ही नतीजा है कि प्रदेश की जनता के सहयोग से पुलिस में तकनीकी विशेषज्ञता का प्रयोग कर प्रदेश में भयमुक्त एवं सुरक्षित समाज का निर्माण हो रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा पहली बार हैकथान इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। इसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के वो युवा हिस्सा ले सकेंगे, जिनके पास प्रदेश पुलिस को नवीनतम तकनीक से सक्षम बनाने के लिए कोई योजना है।

इस पोर्टल पर करें पंजीकरण

हैकथान इवेंट के लिए वेबसाइट hackathon.uppolice.gov.in का पोर्टल शुरू किया गया है। इसमें पंजीकरण की अंतिम तिथि 25 अगस्त है। यह पूरी तरह निःशुल्क है। प्रतिभागियों के लिए इसे यूजर फ्रेंडली बनाया गया है। पुलिस को नवीनतम तकनीक से सक्षम बनाने के लिए 4 प्रॉब्लम स्टेटमेंट की पहचान की गयी है। प्रत्येक प्रॉब्लम स्टेटमेंट के विजेता को 50 हजार रुपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। भविष्य में उनसे तकनीकी सहयोग के लिए सक्षम स्तर से समन्वय भी किया जाएगा। 

नई चुनौतियों से निपटने में मिलेगी मदद

हैकथान इवेंट के सफल आयोजन से उत्तर प्रदेश पुलिस को नवीन चुनौतियों से निपटने में आवश्यक तकनीकी समाधान प्राप्त होंगे। समाज के तकनीकी कुशल वर्ग की सहभागिता से पुलिस एवं नागरिकों के बीच समन्वय स्थापित कर अपराध नियंत्रण व आपराधिक मामलों के त्वरित निस्तारण में गति आएगी, जिससे समाज के हर वर्ग में सुरक्षा की भावना और विकसित होगी। अपर पुलिस महानिदेशक, तकनीकी सेवाएं मोहित अग्रवाल ने बताया कि लाइव फुटेज से एक निश्चित क्षेत्र में भीड़ व वाहन की संख्या की निगरानी करने से ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात पाया जा सकेगा। कुम्भ जैसे बड़े आयोजन में भी यह तकनीक उपयोगी साबित होगी व किसी क्षेत्र में भीड़ बढ़ने पर यह तत्काल अलार्म देगी ताकि समय रहते उपाय किए जा सकें। इसी प्रकार सीसीटीएनएस में जीडी, एफआईआर से किसी शब्द विशेष जैसे-साम्प्रदायिक तनाव, जातिगत तनाव, अफवाह आदि की सर्च की जा सकती है व ऐसे व्यक्तियों व स्थानों को चिन्हित कर निरोधात्मक कार्रवाई की जा सकती है।

हैकथान का ये है उद्देश्य

यूपी पुलिस हैकाथॉन का आयोजन आधुनिक तकनीक को अपनाने और देश में उपलब्ध तकनीकी रूप से कुशल कार्यबल का लाभ उठाने के लिए किया जा रहा है। साथ ही इसका उद्देश्य पुलिसिंग और समुदाय से संबंधित समस्याओं का समाधान करना भी है। यूपी पुलिस में स्मार्ट इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए एक लॉन्चपैड का निर्माण करना है और स्टार्ट-अप्स, कॉर्पोरेट्स और छात्रों की टीमों को आमंत्रित करना है, जिनके पास पुलिस के लिए प्रासंगिक डिजिटल और इनोवेटिव सॉल्यूशंस बनाने का अवसर होगा जो अपराधों की रोकथाम, उनसे मुकाबला करने, जांच करने और अपराध को कम करने में भी सहायक होगा। साथ ही, नागरिकों को सुरक्षा प्रदान करने में भी मददगार होगा।

3 लाख जवानों से सुसज्जित है यूपी पुलिस

उत्तर प्रदेश पुलिस न सिर्फ देश की बल्कि, दुनिया की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स में से एक है। यूपी पुलिस में 3 लाख से अधिक जवान विभिन्न जिलों और अलग-अलग बटालियन में तैनात हैं। यूपी पुलिस प्रौद्योगिकी और प्रक्रिया से संबंधित पहलों के माध्यम से प्रभावी और टिकाऊ प्रणालियों को संस्थागत रूप देकर सेवा वितरण के उच्च मानकों को सुधारने और बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सक्रिय अपराध की रोकथाम, अपराध का पता लगाने, सार्वजनिक व्यवस्था और शांति के रखरखाव, आपातकालीन प्रतिक्रिया, नागरिक शिकायत निवारण, महिला सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और नेतृत्व की पहल के संदर्भ में सामुदायिक भागीदारी विकसित करना यूपी पुलिस के प्रमुख फोकस क्षेत्र हैं।

क्या है हैकथान?

हैकथान को ‘नवाचार का मैराथन’ कह सकते हैं। प्रौद्योगिकी में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति अपनी रचनाओं को सीखने, बनाने और साझा करने के लिए हैकथान में भाग ले सकता है। हैकथॉन का प्राथमिक उद्देश्य नवाचार को प्रेरित करना और लीक से हटकर समाधान तैयार करना है। यह नए लोगों के साथ सहयोग करने, रचनात्मक, महत्वपूर्ण विचारों के साथ आने और उभरती प्रौद्योगिकियों को सीखने के लिए एक आदर्श स्थान है।

ये कर सकते हैं आवेदन

डिजिटल प्रौद्योगिकी या डिजाइन या विकास की चुनौती पर काम करने में रुचि रखने वाला कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है। हैकथान उन लोगों के लिए है जो प्रौद्योगिकी और रचनात्मकता में शामिल हैं और जिनके पास सुझाई गई चुनौतियों के ढांचे के भीतर एक नवीन अवधारणा या अन्य विचार हैं। इसमें पंजीकरण बिल्कुल मुफ्त है। व्यक्तिगत या 5 सदस्यों तक वाली टीम इसमें हिस्सा ले सकती है। आवेदन करने वाले की उम्र 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए और वो भारत का नागरिक होना चाहिए। एक टीम का सदस्य किसी दूसरी टीम में नहीं होना चाहिए।

ये चार प्रॉब्लम स्टेटमेंट हुए चिन्हित

1. लाइव फुटेज से एक निश्चित क्षेत्र में भीड़ एवं वाहन संख्या की निगरानी करना व इस आधार पर अलार्म उत्पन्न करना।

2. विभिन्न स्रोतों एवं स्वरूपों में प्राप्त सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का एकीकृत रूप में अपराध निवारण में प्रयोग करना।

3. सीसीटीएनएस में प्रयक्तु जीडी, एफआईआर आदि अभिलेखों में एक समान शब्द एवं आवाज के आधार पर त्वरित पहचान करना।

4. राजकीय रेलवे पुलिस में बेहतर पर्यवेक्षण और रियल टाइम आधारित फीडबैक।