बारिश में क्षति‍ग्रस्‍त हो गई थी पुलिया, जाना पड़ता था 3 किमी अतिरिक्‍त, फिर ग्रामीणों ने उठाया ये कदम

झारखंड सरोकार
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रांची। बारिश में पुलिया क्षतिग्रस्‍त हो गई थी। ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। ग्रामीणों को 3 किलोमीटर अतिरिक्‍त दूरी तय करनी पड़ती थी। इसके बाद ग्रामीण एकजुट हुए। उन्‍होंने क्षतिग्रस्‍त पुलिया की मरम्‍मत कर दी। यह घटना झारखंड की राजधानी रांची के कांके प्रखंड के कोकदोरो गांव का है।

कोकदोरो के ग्रामीणों ने रविवार को करंज टोला कब्रिस्तान के समीप क्षतिग्रस्त पुलिया को श्रमदान कर चलने लायक बनाया। स्थानीय ग्रामीण रुहूल अमीन के अनुसार कोकदोरो से बालू, चौबे खटंगा, रोल, मुरुम, सतकनादु सहित कई गांव के लोग इसी रास्ते रोज आना-जाना करते हैं। बरसात में पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके कारण ग्रामीणों को अतिरिक्त 3 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ रही थी। इससे ग्रामीणों को परेशानी हो रही थी।

लोगों को राहत देने के लिए कोकेदोरो गांव के लोग आये गये। उन्‍होंने क्षतिग्रस्त पुलिया को श्रमदान से दुरुस्त कर दिया है। इसके बाद कई गांवों के आवागमन का मार्ग फिर से सुगम हो गया है। रुहूल ने कहा बीते 6 साल से सड़क और पुलिया जर्जर हो गयी है। इसकी सूचना जिला परिषद सदस्य से लेकर विधायक को तक सूचना दी, लेकिन किसी ने भी पुलिया को ठीक कराने के लिए कोई पहल नहीं की।

मौके पर पहुंचे यूथ कांग्रेस के जिलाध्यक्ष जमील अख्तर से ग्रामीणों ने कोकदोरो पुराना पंचायत भवन से लेकर अम्बवादह तक एक किलोमीटर जर्जर सड़क और नाली निर्माण कराने की मांग रखी। इसपर उन्‍होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि वह पीसीसी और पक्की नाली का निर्माण विभाग के अधिकारियों से मिलकर कराने का काम करेंगे।

श्रमदान करने वालों में मुखिया उज्ज्वल पहान, खतिबुल अंसारी, हिदायतुल्लाह, रहमान अंसारी, मोजाहिर अंसारी आदि शामिल थे।