छपरा। सारण जिले के पानापुर और मकेर में पिछले तीन दिनों के भीतर संदिग्ध हालात में नौ की जान चली गयी। परिजनों और ग्रामीणों के अनुसार, सभी की मौत संदिग्ध पेय पदार्थ पीने से हुई है।
पिछले सोमवार की रात को पानापुर थाना क्षेत्र के रामदासपुर गांव में संदिग्ध हालात में दो लोगों की मौत हो गयी थी और चार बीमार हो गये थे। इसके बाद गुरुवार को मकेर प्रखंड के भाथा गांव में बुधवार की रात संदिग्ध पेय पदार्थ पीने से सात लोगों की मौत हो गयी। दोनों मामलों में परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से मौत हुई है।
वहीं, प्रशासनिक अधिकारी ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों का खुलासा होगा। इधर घटना के बाद पुलिस ने कई को हिरासत में लेकर पूछताछ की। सूचना मिलते ही डीएम और एसपी ने जिले के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
डीएम और एसपी ने बुधवार की शाम मकेर के भाथा जाकर मामले की जांच की। इस संबंध में डीएम राजेश मीणा और एसपी संतोष कुमार ने बताया कि संदिग्ध पेय पदार्थ के सेवन से मौत हुई है। क्षेत्र में शराब का निर्माण, बिक्री और भंडारण करने वालों के खिलाफ पुलिस तथा उत्पाद पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी शुरू कर दी।
बुधवार की रात मकेर प्रखंड के भाथा गांव में कमल महतो की मौत हो गयी। इस संबंध में बेटी रीमा कुमारी ने बताया कि पिता को रात से ही उल्टी हो रही थी। बेचैनी के कारण सो नहीं सके। उनकी आंखों से दिखायी देना बंद हो गया था। वे बार-बार कह रहे थे कि आंखों के आगे अंधेरा छा रहा है।
सारण के डीएम राजेश मीणा ने कहा कि मकेर के भाथा गांव में हुई मौत के बाद चिकित्सकीय टीम हर घर में संदिग्ध बीमार को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का काम कर रही है। साथ ही संदिग्ध पेय पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ जिला व उत्पाद पुलिस को निर्देश देकर छापेमारी की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पायेगा कि मौत कैसे हुई। पुलिस अपना काम कर रही है।
छपरा से आये मरीजों का इलाज कर रहे पीएमसीएच के डॉक्टरों का कहना है कि सभी में एक जैसी परेशानी है। इनमें किसी को पेट में दर्द, तो किसी को आंख में परेशानी है। मरीजों का शुरुआत में सारण में ही इलाज चला, लेकिन हालत गंभीर होने के बाद पीएमसीएच रेफर किया गया। सभी मरीजों का इलाज अस्पताल के टाटा वार्ड में चल रहा है, जिनकी हालत गंभीर बतायी गयी है।