झारखंड के मंत्री ने स्‍वतंत्रता से‍नानी के वंशजों के धोए पैर, देखें वीडियो

झारखंड
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  • विश्व आदिवासी दिवस पर मिलन समारोह का आयोजन

रंका। विश्व आदिवासी दिवस पर आदिवासी एकता मंच के बैनर तले झारखंड के गढ़वा जिले के रंका प्रखंड स्थित आईटीआई परिसर में मिलन समारोह हुआ। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि गढ़वा विधायक सह झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने किया। इस अवसर पर उन्‍होंने स्‍वतंत्रता सेनानी के वंशजों के पैर धोए।

मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी जेठन सिंह खरवार, फेतल सिंह आदि की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। इससे पूर्व रंका चेकनाका पर स्थित जेठन सिंह खरवार की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजली अर्पित किया। मौके पर मंत्री ने कहा कि झारखंड आदिवासी व मूलवासियों को हक एवं अधिकार दिलाने के लिए ही अलग राज्य बना है। हर हाल में आदिवासियों को पूरा हक एवं अधिकार मिलेगा। इसके लिए शिबु सोरेन सहित झारखंड की हेमंत सरकार संकल्पित है। जब से झामुमो की सरकार बनी है, सभी स्वतंत्रता सेनानियां एवं उनके वंशजों, महापुरूषों को पूरा सम्मान दिया जा रहा है। आदिवासियों के विकास के बिना राज्य का विकास अधूरा है।

पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री ने स्वतंत्रता सेनानी जेठन सिंह खरवार, फेतल सिंह, दुखी सिंह, मनमोहन  परहिया आदि के वंशजों को कार्यक्रम मंच पर अपने हाथों से पैर धोकर उनका अभिवादन किया। तत्पश्चात मंत्री ने उन्हें अंग वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। मंत्री ने कहा कि वीर योद्धाओं, स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति सम्मान हृदय में होना चाहिए। उन्होंने जो हमारे लिए किया है, हम उनका ऋण कभी नहीं चुका सकते हैं।

कार्यक्रम में जिला बीस सूत्री उपाध्यक्ष नितेश सिंह ने कहा कि दो वर्ष कोरोना में समय व्यतीत होने के बाद काफी तेज गति से गढ़वा का विकास हो रहा है। सभी गांव में युवाओं को एकत्रित कर संगठन मजबूत करने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। झारखंड की वर्तमान सरकार आम जनता की है। मौके पर पूर्व जिप सदस्य उमा देवी सहित अन्य वक्ताओं ने विचार व्यक्त किया। उमा देवी ने आदिवासी मेडिकल कॉलेज की स्थापना करने की मांग की।

इस अवसर पर झामुमो रंका प्रखंड के अध्यक्ष आशीष गुप्ता, बीस सूत्री अध्यक्ष अहमद अली, रंका मुखिया प्रतिनिधि राजेश कुमार मद्धेशिया, अनिल कुमार चंद्रवंशी, मुकेश तिवारी, अरविंद सोनीख्पप्पू यादव, विधायक प्रतिनिधि संजय सिंह छोटू, प्रमुख हेमंत लकड़ा, मुखिया अनिमा सिंह, बसंत सिंह, रतन सिंह, प्रमिला देवी, बनारसी सिंह खरवार, मंगरू सिंह खरवार, लालचंद सिंह खरवार, हृद्या मिंज, सुनील किस्पोट्टा, जेपी मिंज, कमेश कोरवा, स्व. जेठन सिंह खरवार के पुत्र सत्यदेव सिंह खरवार, जंगेश्वर सिंह खरवार, हीरामन सिंह, भोला सिंह खरवार, बोहन सिंह खरवार, जगदीश टोप्पो, ज्योति लकड़ा, राजेन्द्र भुइयां, मैनेजर राम, फेंकन राम सहित काफी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग शामिल हुए।