महाराष्ट्र। आपका अपना न्यूज पोर्टल दैनिक भारत 24 की खबर सही साबित हुई। जैसा कि हमने कहा था, महाराष्ट्र में ठीक वैसा ही हुआ।
सीएम एकनाथ शिंदे के शपथ ग्रहण के 39 दिन बाद उनके मंत्रियों ने शपथ ली। मंत्रिमंडल विस्तार में 50-50 का फार्मूला रहा। दोनों ओर से 9-9 विधायक मंत्री बनाए गए। सबसे पहले भाजपा के राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली।
उनके बाद भाजपा के ही सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत राधा पाटिल, विजय कुमार गावित और गिरीश महाजन ने शपथ ली। इसके बाद शिंदे गुट के गुलाब राव पाटिल, दादा भुसे, संजय राठौड़, सुरेश खाड़े, संदीपन भुमरे ने शपथ ली।
11वें नंबर पर शिंदे गुट के उदय सामंत शपथ लेने आए। उनके बाद तानाजी सावंत (शिंदे गुट), रवींद्र चव्हाण (भाजपा), अब्दुल सत्तार (शिंदे गुट), दीपक केसरकर (शिंदे गुट), अतुल सावे (भाजपा), शंभूराज देसाई (शिंदे गुट), मंगल प्रभात लोढा (भाजपा) ने शपथ ली।
शिंदे मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद इस पर पहली प्रतिक्रिया राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से आई है। पार्टी की सांसद सुप्रिया सुले ने कहा- एकनाथ शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल में आधी आबादी यानी महिलाओं को जगह नहीं दी है। यह बहुत गलत है।
आदित्य ठाकरे के करीबी आनंद दुबे ने भी किसी भी महिला को मंत्री नहीं बनाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा- सरकार का कहना है- सब का साथ, सबका विकास, लेकिन हमारी आधी आबादी के साथ सौतेला व्यवहार करती है।
यहां बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा का मानसून सत्र 10 से 18 अगस्त तक आयोजित किया जाएगा। विधानमंडल सचिवालय ने मानसून सत्र से पहले की तैयारियों के लिए छुट्टियां कैंसिल कर दी हैं।
सचिवालय की ओर से सोमवार को जारी एक आदेश के मुताबिक, 9 से 18 अगस्त के बीच कर्मचारियों की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और उन्हें कार्यालय में उपस्थित रहने को कहा गया है।