कुडू और सेन्‍हा प्रखंड में कम हुआ है कोविड टीकाकरण, डीसी ने दिए ये निर्देश

झारखंड सेहत
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  • स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में कई बिंदुओं पर चर्चा

आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। उपायुक्त डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक 20 अगस्‍त को समाहरणालय सभागार में हुई। इसमें कोविड टीकाकरण, एमटीसी केंद्रों में बच्चों की भर्ती, विभिन्न मदों में प्राप्त आवंटन व व्यय, आयुष्मान भारत योजना में आय/व्यय, मलेरिया, फाइलेरिया के रोग निवारण की स्थिति समेत अन्य बिंदुओं पर समीक्षा की गई।

कोविड-19 टीकाकरण अंतर्गत जिला में विभिन्न प्रखंडों में द्वितीय डोज की स्थिति की समीक्षा में पाया गया कि कुडू और सेन्हा में अन्य प्रखंडों की अपेक्षा उपलब्धि कम है। उपायुक्त ने कुडू प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को प्रतिदिन एएनएम की संख्या के आधार पर कम से कम 17 और सेन्हा प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को न्यूनतम 18 स्थानों पर कोविड टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित किये जाने का आदेश दिया।

उपायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न मदों में प्राप्त आवंटन और उसके विरूद्ध किये गये व्यय की समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान भारत) अंतर्गत व्यय से संबंधित आवश्यक निर्देश दिये गये।

मलेरिया की समीक्षा करते हुए उपायुक्त द्वारा कुडू प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को कम सैंपलिंग के बिंदु पर निर्देश दिया गया कि ज्यादा से ज्यादा लोगों के सैंपल कलेक्ट किये जायें, ताकि वास्तविक आंकड़े का पता चल सके। उसका इलाज सही समय पर प्रारंभ हो सके। सिविल सर्जन को आदेश दिया गया कि मलेरिया के मरीजों का सभी सीएचसी में ट्रीटमेंट के लिए एक ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल बनायें। सभी सीएचसी में इसे सर्कुलेट करें। सीएचसी में सबंधित दवाओं की उलपब्धता सुनिश्चित हो।

फाइलेरिया के मरीजों की स्थिति की समीक्षा करते हुए उपायुक्त द्वारा सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को आदेश दिया गया कि फाइलेरिया के मरीजों की पहचान शुरुआती स्तर पर कर ली जाय, ताकि बीमारी का इलाज सही समय पर प्रारंभ किया जा सके। इसके लिए एंटीजेन टेस्ट की खरीद कर ली जाय। सभी अपना सर्विलांस ठीक करें। सभी जगह एंटीफाइलेरिया अभियान चलाया जाय। शिविरों में संबंधित दवाओं का वितरण किया जाय। फाइलेरिया के मामले जिन क्षेत्रों से अधिक आ रहे हैं, उनकी पहचान करें।

सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि फाइलेरिया के मरीजों के ईलाज के लिए ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल बनाया जाय। आज की बैठक में सिविल सर्जन डॉ संजय कुमार सुबोध, डीपीएम एनएचएम नाजिश अख्तर, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत अन्य उपस्थित थे।