आजादी का अमृत महोत्सव पर बि‍रसा कृषि विवि में प्रतियोगिता, ये रहे विजेता

झारखंड
Spread the love

  • 10 महाविद्यालयों के चैंपियन छात्र छात्राओं ने लिया हिस्‍सा

रांची। आजादी का अमृत महोत्सव पखवाड़ा के तहत बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में 12 अगस्‍त को 10 महाविद्यालयों के चैंपियन छात्र छात्राओं ने गायन, एकल एवं समूह नृत्य, योग, क्विज, स्फूर्त भाषण (एक्सटेंपोर), वाद विवाद आदि प्रतियोगिताओं में एक से बढ़कर एक प्रस्‍तुती दी। निर्णायक समिति भी उनके हुनर और प्रदर्शन से प्रभावित रही। कही कि थोड़ा सा और प्रशिक्षण एवं प्रोत्साहन देने पर वे राष्ट्रीय स्तर पर उभर सकते हैं।

प्रतियोगिताओं के परिणाम

क्विज : प्रथम प्रेरणा प्रिया एवं खुशी रानी (रवीन्द्र नाथ टैगोर कृषि महाविद्यालय, देवघर), द्वितीय मोहम्मद सादिक अंसारी एवं सौम्य दत्ता (मात्स्यिकी विज्ञान महाविद्यालय, गुमला), तृतीय अमर अहमद एवं प्रद्युम्न महतो (कृषि महाविद्यालय, गढ़वा)।

वाद विवाद प्रतियोगिता : प्रथम विशालाक्षी चौबे (बागवानी महाविद्यालय, खूंटपानी, चाईबासा), द्वितीय श्वेता कुमारी (रांची कृषि महाविद्यालय), तृतीय आकृति तिवारी (कृषि महाविद्यालय गोड्डा)। इसका विषय ‘मौलिक दायित्व, मौलिक अधिकार से ज्यादा महत्वपूर्ण है’ था।

स्फूर्त भाषण (एक्सटेंपोर) : प्रथम श्वेता कुमारी (रांची कृषि महाविद्यालय), द्वितीय अनल बोस (रांची पशुचिकित्सा महाविद्यालय), तृतीय अमित कुमार (वानिकी महाविद्यालय)।

इन साहित्यिक प्रतियोगिताओं की आयोजन समिति के अध्यक्ष डीएसडब्ल्यू डॉ डीके शाही थे।

गायन (छात्र वर्ग) : प्रथम अनल बोस (आरवीसी), द्वितीय नवीन कुमार कुशवाहा (आरएसी), तृतीय रॉबिंसन तिग्गा (बागवानी महाविद्यालय, खूंटपानी, चाईबासा)।

गायन (छात्रा वर्ग) : प्रथम अर्पिता सिन्हा महापात्रा (आरवीसी), द्वितीय अनिपा लकड़ा (आरएसी), तृतीय नंदिता पॉल (बागवानी महाविद्यालय)।

समूह लोक नृत्य : प्रथम मोनिका एंड ग्रुप (वानिकी महाविद्यालय), द्वितीय बसंती हांसदा एंड ग्रुप (आरवीसी), तृतीय संतोष कुजूर एंड ग्रुप (आरएसी)।

एकल नृत्य (छात्रा वर्ग) : प्रथम अन्वेषा निधि (कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय), द्वितीय अनिपा लकड़ा (आरएसी), तृतीय साक्षी सिंह (आरवीसी)।

गीत नृत्य संबंधी आयोजन समिति के अध्यक्ष पशुचिकित्सा संकाय के अधिष्ठाता डॉ सुशील प्रसाद थे। गीत-नृत्य सम्बन्धी स्पर्धाओं में सर्वोत्तम प्रतिभागियों का चयन रांची के प्रसिद्ध कलाकार मनपूरन नायक एवं देवदास विश्वकर्मा ने किया।