सीएम योगी के ओएसडी मोतीलाल सिंह की सड़क दुर्घटना में मौत, ड्राइवर की ये गलती बनी हादसे की वजह

उत्तर प्रदेश देश
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उत्तर प्रदेश। नींद में गाड़ी चलाना खतरनाक ही नहीं, बहुत खतरनाक होता है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखनाथ मंदिर स्थित कैंप कार्यालय प्रभारी मोतीलाल सिंह की गुरुवार देर रात सड़क हादसे में मौत हो गई। दुर्घटना में उनकी पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हैं।

हादसा गुरुवार की रात करीब एक बजे गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन पर बस्ती जिले के खजौली चौकी के पास हुआ। मोतीलाल सिंह की पत्नी को बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया है। दोनों लोग स्कॉर्पियो से गोरखपुर से लखनऊ जा रहे थे।

बताया जा रहा है कि चालक के नींद में होने की वजह से गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गड्ढे में गिर गई, जिसमें पति पत्नी दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों लोगों को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ चिकित्सालय लाया गया, जहां मोतीलाल सिंह को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मोतीलाल सिंह नगर निगम में अपर नगर अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। इसके बाद गोरखनाथ मंदिर में अपनी सेवा दे रहे थे।

मुख्यमंत्री के कैम्प कार्यालय और जनता दर्शन से लेकर मंदिर में आने वाली समस्त समस्याओं और शिकायतों के निस्तारण में वह समन्वयक की भूमिका निभाते थे।मोतीलाल सिंह के निधन की खबर मिलते ही मंदिर में सुबह से ही लोगों की भीड़ इकट्ठा होने शुरू हो गई। मुख्यमंत्री भी घटना के संबंध में हर पल की जानकारी ले रहे हैं।

बूढ़नपुर आजमगढ़ के रहने वाले मोतीलाल सिंह नगर निगम में अपर आयुक्त के तौर पर तैनात रहने के दौरान गोरखनाथ मंदिर और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जुड़े। उनकी प्रशासनिक कार्यक्षमता को देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने उन्हें रिटायर होने के बाद 2017 में गोरखनाथ मंदिर में स्थापित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय के प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी। बाद उन्हें ओएसडी का पदनाम भी दिया गया।

मोती लाल गोरखपुर जिले में चौरी चौरा और बांसगांव में एसडीएम की जिम्मेदारी भी बखूबी संभाल चुके थे। वर्तमान में वह विश्वविद्यालय चौराहे के पास सरकारी आवास में रहते थे।