बिहार का साइबर अपराधी चढ़ा झारखंड पुलिस के हत्‍थे, ऐसे कि‍या था 16 लाख की ठगी

झारखंड अपराध
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  • जानें बचाव के तरीके

रांची। बिहार के साइबर अपराधी को झारखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसने रांची के दो व्‍यक्तियों से करीब 16 लाख रुपये की ठगी की थी। उसके पास से पुलिस ने विभिन्‍न बैंकों के 31 डेबिट और क्रेडिट कार्ड, तीन मोबाइल और एक पासपोर्ट जब्‍त किया है।

गिरफ्तार अपराधी का नाम अख्‍तर अंसारी है। उसकी गिरफ्तारी बिहार के मोतिहारी जिले के बंजरिया थाना के चेलाहा गांव से हुई। जगरनाथपुर थाना क्षेत्र के बासको नगर निवासी मतियस डुंगडुंग (60) ने 12,09,659 रुपये और अरगोड़ा चौक के ओम प्रकाश अंबष्‍ठ (62) ने 3,87,000 रुपये ठगी का मामला दर्ज कराया था। उक्त दोनों कांडों में संलिप्तता के बिन्दु पर अनुसंधान करते हुए साईबर अपराधकर्मी अख्तर अंसारी को गिरफ्तार किया गया।

ऐसे करता था ठगी

अपराधकर्मी झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के नाम का गलत उपयोग करते हुए विद्युत उपभोगताओं को SMS / whatsapp कर बिजली डिस्कनेक्शन का गलत संदेश भेज कर अपने झांसे में लेता था। इसके बाद Screen sharing application जैसे Any Desk, Quick support, Alpemix इत्यादि‍ इंसटॉल कराकर ठगी करने का काम करता है।

लोगों को मोबाईल नंबर डिएक्टीवेट होने के नाम पर विभिन्न नम्बरों से कॉल करते हैं। मोबाईल नंबर एक्टीवेट करने का झांसा देकर एटीएम कार्ड का नंबर लेकर ठगी करने का काम करते हैं।

बचने के तरीके

इस तरह के एसएमएस के झांसे में आकर उनमें दर्शाये मोबाईल नंबरों पर संपर्क नहीं करें। इस संबंध में झारखंड विद्युत निगम लिमिटेड की वेबसाइट पर सत्यापन करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800 345 6570 या ईमेल आईडी contactus@jbvnl.co.in पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

मोबाईल नंबर को डिक्टीवेट होने के एसएमएस अथवा फोन कॉल के झांसे में नहीं आते हुए किसी भी प्रकार के वित्तीय संस्थाओं से संबंधित अपनी गोपनीय जानकारी मोबाईल फोन द्वारा साझा नहीं करें।

साइबर ठगी का शिकार होने पर त्वरित कार्रवाई के लिए नागरिक सुरक्षा मंच www.cybercrime.gov.in पर फर्म भरें। टोल फ्री नम्बर 1930 पर सम्पर्क स्थापित करते हुए ठगी संबंधी जानकारी अविलंब साझा करना सुनिश्चित करे, जिससे ठगी की गई रकम की वापसी के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा सके।