नई दिल्ली। देश के नए राष्ट्रपति के लिए वोटिंग शुरू हो गयी है। वोटिंग सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। राष्ट्रपति चुनाव के लिए 4800 निर्वाचित सांसद-विधायक वोट करेंगे।
देश के 16वें राष्ट्रपति के लिए एनडीए की ओर से झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष की ओर से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा उम्मीदवार हैं। एनडीए प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू की जीत तय मानी जा रही है।
सांसदों और विधायकों के लिए अलग अलग रंग के मतपत्र की व्यवस्था है। सांसदों को हरे, जबकि विधायकों को गुलाबी रंग के मतपत्र मिले हैं। गोपनीयता के लिए मतपत्रों पर बैगनी स्याही वाली पेन दी गयी है।
मतगणना 21 जुलाई को होगी और परिणाम भी उसी दिन आएगा। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति की शपथ होगी।
यहां बता दें कि भाजपा के आदिवासी कार्ड ने राष्ट्रपति चुनाव में गैर एनडीए दलों को भी साथ आने पर मजबूर कर दिया है। यही वजह है कि झारखंड में कांग्रेस के सहयोग से सरकार चला रही झामुमो को द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में आना पड़ा।
ओडिसा के द्रौपदी मुर्मू के होने के कारण बीजू जनता दल का साथ मिल रहा है। इसके अलावा तेलंगाना की वीआरएस कांग्रेस और शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट ने भी द्रौपदी को समर्थन कर दिया है।
यही वजह है कि द्रौपदी मुर्मू को 27 दिनों में वोट 52 प्रतिशत से बढ़कर 61 प्रतिशत हो गया है। राष्ट्रपति चुनाव में कुल 10,86,431 वोट पड़ते हैं। सभी वोट पड़ते हैं तो द्रौपदी मुर्मू को 6.67 लाख वोट मिलेंगे जो निर्णायक मत से लगभग एक लाख से ज्यादा है।
यशवंत सिन्हा को 4.19 लाख वोट अबतक के गणित के हिसाब से मिल रहे हैं। जीत के लिए 5,40,065 वोट चाहिए।