रिटायरमेंट उम्र 62 करने की वकालत की उर्दू शिक्षक संघ ने

झारखंड
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रांची। झारखंड राज्य उर्दू शिक्षक संघ पुरानी पारिवारिक पेंशन योजना लागू करने का प्रस्‍ताव झारखंड कैबिनेट से पारित होने का स्वागत किया है। संघ के प्रदेश महासचिव अमीन अहमद ने कहा कि झारखंड कैबिनेट से पुरानी पेंशन योजना का प्रस्ताव पारित किया जाना झारखंड के अधिकारी और कर्मचारी वर्ग के लिए वरदान है। इससे यह साबित हो गया है कि झारखंड की वर्तमान सरकार अपने अधीनस्त काम करने वाले कर्मियों के हित का ख्याल रख रही है।

महासचिव ने सीएम और अधिकारियों से विधानसभा के मॉनसून सत्र में राज्य के +2 उच्च विद्यालयों में उर्दू समेत अन्य वैसे विषयों के शिक्षकों की नियुक्ति को शामिल करने का आग्रह किया है। उन्‍होंने कहा कि मैट्रिक पास होने के बाद इंटर में नामांकन लेने के लिए बच्चे परेशान हैं। इंटरमीडिएट में बच्चों को सभी विषयों का शिक्षक मुहैया कराने के लिए +2 उच्च विद्यालय में शिक्षकों की नियुक्त करना जरूरी है।

अमीन अहमद ने कहा कि काफी लंबे समय से उर्दू शिक्षकों को योजना से गैर योजना मद में करने की संचिका लंबित है। इसपर भी विचार कर इस समस्या का निराकरण होना चाहिए। कॉलेज शिक्षकों की सेवानिवृति आयु 65 वर्ष है। ऐसे में स्कूल शिक्षकों की रिटायरमेंट उम्र 62 वर्ष होना चाहिए। राज्य सरकार को गंभीरता से इस बिंदु पर सोचने की जरूरत है। यदि सेवानिवृत आयु 62 वर्ष किया जाता है, तो शिक्षकों की कमी झेल रहे झारखंड को राहत मिलेगी।