हॉर्टिकल्चर कॉलेज के विद्यार्थियों ने ईएलपी ग्रुप टू के तहत लगाए सजावटी सामग्री के स्‍टॉल

झारखंड
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रांची। चाईबासा के खूंटपानी स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित हॉर्टिकल्चर कॉलेज के छात्र छात्राओं ने ईएलपी ग्रुप टू (एक्सपीरिएंसल लर्निंग प्रोग्राम) के तहत कई कार्यक्रम किए। इस क्रम में फ्लोरीकल्चर एवं लैंडस्केपिंग के विविध सजावटी सामग्री मिट्टी के बोल गार्डन, जापानी कोकेडामा, टेरेरियम्स, ड्राई फ्लॉवर टेक्नोलॉजी के तहत ग्रिटिंग कार्ड्स, बुकमार्क्स और सोया वैक्स, जेल वैक्स एवम पाराफिन वैक्स के मोमबत्ती बनाकर स्टॉल्स लगाए।

ये स्टाल्स 22 जुलाई की दोपहर 2 बजे से  24 जुलाई की सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक लगाया गया। कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर कम जूनियर साइंटिस्ट डॉ मोनिका पटेल के दिशा निर्देशन में यह कि‍या हुआ।

ईइलपी फ्लोरीकल्चर ग्रुप टू में 9 विद्यार्थी हैं। इनमें अमीषा इक्का, रश्मि सिंह, मनीषा हेंब्रम, सिल्वानुस मुर्मू, फरहीन परवीन, जीनत अमन, मनीषा सुषणा तिग्गा, शिवानी तिवारी और कनक लता शामिल हैं।

प्रदर्शनी में बीएयू के कुलपति  डॉ ओंकार नाथ सिंह, डीएसडब्ल्यू डीके शाही व अन्य पदाधिकारी सहित प्रोफेसर, वैज्ञानिक व विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर खरीदारी कर उन्‍हें प्रोत्साहित किया।

कुलपति ने गार्डन खरीदारी कर ईएलपी स्ट्रनेट्स के कार्य को सराहा। जाने माने क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के फार्म मैनेजर भी मौजूद थे।

विद्यार्थियों ने कहा कि घर के अंदर छोटे गार्डन रखना चाहे तो टेरेरियम, कोकेदामा और बाउल गार्डन शहरी आबादी वाले क्षेत्र के लिए उपयुक्त हैं। वैज्ञानिक कहते हैं कि‍ घर में सजावटी पौधे रखने से मानसिक तनाव कम होता है। मन प्रफुल्लित रहता है।

इसके अतिरिक्त सोया वैक्स सौ प्रतिशत रि‍न्यूएबल वस्‍तुओं से बनाया गया है। इससे बहुत ही कम धुआं निर्गत होता है।