योगेश कुमार पांडेय
जमुआ (गिरिडीह)। बाल श्रम, बाल तस्करी की रोकथाम और बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर जन जागरुकता अभियान की शुरुआत 22, जुलाई से होगी। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, आरपीएफ और कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन के तत्वावधान में अभियान चलेगा। इसका उद्घाटन उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा, पुलिस अधीक्षक अमित रेणु करेंगे। रथ का नेतृत्व नोबेल शांति पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी द्वारा गठित बाल मित्र ग्रामों के बाल पंचायत के बच्चे करेंगे।
बाल मित्र ग्राम के मैनेजर गोविंद प्रसाद खनाल ने बताया कि यह रथ गिरिडीह जिले में बाल तस्करी के प्रति आम जनमानस को जागरूक करने का कार्य करेगा। जागरुकता रथ पहले दिन जिला उपायुक्त कार्यालय से चलकर सर जेसी बॉस बालिका विद्यालय, गिरिडीह और लंगटा बाबा कॉलेज, मिर्जागंज होते हुए तिसरी प्रखंड पहुंचेगा।
23 जुलाई को उपायुक्त की उपस्थिति में तिसरी प्रखंड के +2 अग्रवाला उच्च विद्यालय परिसर में कार्यक्रम के पश्चात के बाद तिसरी प्रखंड के चंदौरी, लोकाय और थानसिंहडीह के विभिन्न क्षेत्रों में जन जागरुकता के लिए भ्रमण करेगा।
24 जुलाई को यह जन जागरुकता रथ गांवा प्रखंड के अमतरो, बिरने, पसनौर, पिहरा, माल्डा, पटना, सांख होते हुए राजधनवार प्रखंड के डोरंडा पहुंचेगा। वहां अनुमंडल पदाधिकारी खोरिमहुआ की उपस्थिति में अभियान का समापन होगा।
यह जनजागरुकता रथ तिसरी और गांवा में सीधे तौर पर लगभग 150 से अधिक गांवों तक अपनी पहुंच स्थापित कर आम जनमानस को जागरूक करने का प्रयास करेगा। अभियान खत्म होने के बाद अगले माह कॉर्नर कैंप लगाकर बाल तस्करी के मुद्दों को एकत्र कर उस पर कार्रवाई की जाएगी। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रंस फाउंडेशन का प्रयास तिसरी और गांवा को बाल तस्करी मुक्त प्रखंड बनाना है।