जापान के सोका यूनिवर्सिटी और बीएयू ने भावी शोध संभावनाओं पर की चर्चा

झारखंड
Spread the love

रांची। जापान की सोका यूनिवर्सिटी ने झारखंड के रांची स्थित बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी से शिक्षा, अनुसंधान एवं प्रसार क्षेत्रों में विनिमय सहयोग सबंधी समझौता मार्च में किया था। दोनों विश्वविद्यालयों ने इस दिशा में पहल की। बीएयू कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह की अध्यक्षता दोनों विश्वविद्यालयों के प्राध्यापकों ने अभियंत्रण क्षेत्र में शोध संभावना पर चर्चा की। इस ऑनलाइन बैठक में सोका यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व डॉ ओउची और डॉ शमोइदे एवं बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी का प्रतिनिधित्व डॉ एस चट्टोपाध्याय ने किया।

बैठक में दोनों विश्वविद्यालयों के प्राध्यापक और वैज्ञानिकों ने खाद्य प्रसंस्करण अभियंत्रण, मृदा संरक्षण अभियंत्रण, पुनः चक्रण तकनीकी, सुपर फ़ूड, मौसम आधारित समस्या एवं समाधान, फसल उत्पादन से संबद्ध पर्यावरण अभियंत्रण एवं पर्यावरणीय समीक्षा आदि विषयों से सबंधित शोध उपलब्धियों को साझा किया। अभियंत्रण क्षेत्र में शोध संभावनाओं पर आपसी विचार-विमर्श किया। दोनों संस्थाओं ने विनिमय कार्यक्रम अधीन अभियंत्रण क्षेत्र में शोध कार्यक्रमों की संभावनाओं को चिन्हित कर भावी शोध विनिमय की रणनीति बनाये जाने पर सहमति व्यक्त किया है।

इस चर्चा बैठक में सोका विश्वविद्यालय के अभियंत्रण विभाग के डॉ टोडे और प्रो सितो एवं बीएयू के कृषि अभियंत्रण विभाग के ई डीके रूसिया, डॉ उत्तम कुमार, डॉ मिंटू जॉब एवं डॉ प्रमोद राय ने भाग लिया। अपने संस्थानों की विषयगत शोध उपलब्धियों एवं संभावनाओं पर चर्चा की।

कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने बताया कि वार्ता काफी सकारात्मक रहीं। झारखंड की कृषि पारिस्थितिकी में उन्नत कृषि अभियंत्रण प्रौद्योगिकी के समावेश की व्यापक संभावना है। इस उन्नत तकनीकी विनिमय सहयोग के बढ़ने से प्रदेश के किसानों को लाभ होगा। साथ ही एकमात्र कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय के विद्यार्थियों को क्षमता अभिवर्धन का लाभ होगा।