आज साल का सबसे बड़ा दिन और सबसे छोटी रात, समर सोल्सटाइस की है आकाशीय घटना, 23.5 डिग्री कर्क रेखा पर पहुंचा सूर्य

झारखंड
Spread the love

हजारीबाग। आज सौरमंडल का अनोखा और सबसे बड़ा दिन व सबसे छोटी रात है, जिसे समर सोल्सटाइस के नाम से जाना जाता है। दरअसल सूर्य आज 21 जून की अपराह्न 2.35 बजे के करीब 23.5 डिग्री कर्क रेखा पर होगा। बुधवार 22 जून से सूर्य विंटर सोल्सटाइस अर्थात दक्षिणी गोलार्द्ध मकर रेखा (22-23 दिसंबर) की ओर यात्रा करेगा। इस बीच 23 सितंबर को सूर्य शून्य डिग्री पर होगा। यह आकाशीय घटना इक्वीनोक्स समदिवारात्रि की होगी, जब दिन व रात की अवधि समान होगी।

यह जानकारी देते हुए अंतरराष्ट्रीय मेगालिथ एक्सपर्ट व शोधकर्ता हजारीबाग के शुभाशीष दास ने बताया कि यहां बड़कागांव पकरी बरवाडीह मेगालिथ स्थल से “वी” आकार के दो महापाषाणों के बीच से विंटर सोल्सटाइस के खूबसूरत सूर्योदय को देखा जाता है। भारत में इस इकलौते स्थल की खोज शुभाशीष दास ने ही वर्ष 2000 में की थी। इस दिन के सूर्योदय को देखने के लिए इंग्लैंड के न्यूग्रेंज, हेरेंज, स्टोनहेंज आदि में दुनिया भर के खगोलप्रेमी जुटते हैं।

झारखंड में कर्क रेखा हजारीबाग-रांची मार्ग नेशनल हाइवे-33 पर ओरमांझी के करीब से होकर गुजरा है। वहां से कर्क रेखा गुजरने के कारण इस स्थल पर विशिष्ट पहचान दी गई है। आज यहां सूर्य अपने स्वभाव से अधिक चमकेगा। हालांकि बादल रहने के कारण खगोलप्रेमियों में निराशा के भाव हैं।

यह आकाशीय घटना और मेगालिथ स्थल आदिवासियों की अतिप्राचीन परंपरा, अध्यात्म और सटीक गणितीय गणना से भी जुड़ा है। तब दिन, तिथि, तारीख से संबंधित कैलेंडर नहीं होते थे और आदिवासी सूर्य की स्थिति से ही सभी गणना कर लेते थे।