कोविड काल में कोल इंडिया ने पेश की उत्पादन एवं राष्ट्र सेवा की मिसाल : प्रल्हाद जोशी

देश नई दिल्ली
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  • कोविड महामारी के दौरान किए गए कार्यों पर आधारित पुस्तक का विमोचन

नई दिल्‍ली। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान कोल इंडिया ने ना सिर्फ ऐतिहासिक कोयला उत्पादन एवं प्रेषण किया, बल्कि राष्ट्र सेवा की ऐसी मिसाल पेश की। यह अन्य संस्थानों के लिए अनुकरणीय है। वह 28 जून को नई दिल्ली में कोल इंडिया एवं उसकी अनुषंगी कंपनियों द्वारा कोविड-19 की चुनौतियों से निपटने के लिए किए गए कार्यों पर आधारित पुस्तक ‘कोल इंडिया विंस ओवर कोविड’ का विमोचन करने के बाद बोल रहे थे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कोविड के दौरान पीएम केयर्स फंड की स्थापना के महज दो दिनों के भीतर कोल इंडिया ने इसमें 221 करोड़ रुपये का योगदान दिया। इस दौरान कोल वॉरियर्स ने ना सिर्फ कोयला खनन गतिविधियां 24 घंटे-सातों दिन जारी रखीं, बल्कि कोयला खनन क्षेत्रों सहित देश भर में बेहतरीन मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मिसाल के तौर पर उड़ीसा में 1300 बेड, छत्तीसगढ़ में 200 बेड और झारखंड में 150 बेड का डेडिकेटेड कोविड अस्पताल बनाया गया। इसी तरह ‘मिशन प्राणवायु’ के तहत कोल इंडिया ने देश भर में 31 ऑक्सीजन प्लांट लगाए, जिनसे 28 अस्पतालों में 5000 से अधिक बेड पर ऑक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।

केंद्रीय कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कहा कि कोविड काल में कोल इंडिया ने कोयला ग्राहकों की परेशानियां दूर करने के लिए ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के तहत कई नई सहुलियतें दीं। इनसे देश के कोयला क्षेत्र को रफ्तार मिली। कोविड काल में जरूरतमंदों एवं प्रवासी मजदूरों के लिए कोल इंडिया द्वारा उपलब्ध कराए गए गुणवत्तापूर्ण फूड पैकेट व राशन सामग्री वितरण एवं तहसील स्तर तक मेडिकल सुविधाएं पहुंचाने के लिए टीम कोल इंडिया की प्रशंसा की।

कोल इंडिया के अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल ने कहा कि कोविड काल में कोल इंडिया ने लोगों की मदद के लिए लगभग 750 करोड़ रुपये खर्च किए। मेडिकल सुविधाओं के सुचारू संचालन के लिए 1000 से अधिक डॉक्टरों एवं 3000 से अधिक पैरा-मेडिकल स्टाफ की भर्ती की, जो अपनी तरह की बड़ी कोशिश थी। यही वजह रही कि कोल इंडिया के अस्पतालों ने कोविड काल में जनसेवा की एक मिशाल पेश की।

कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने स्वागत करते हुए जानकारी दी कि कोविड काल में जन सेवा के लिए कोल इंडिया के अस्पतालों की चौतरफा सराहना हुई। रांची स्थित सीसीएल के गांधीनगर अस्पताल पर उत्कृष्ट कार्य के लिए पुष्प वर्षा की गई। इस दौरान कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी एनसीएल को देश में सार्वजनिक क्षेत्र की पहली ऐसी कंपनी होने का गौरव हासिल हुआ, जिसने अपने कर्मियों एवं उनके परिजनों का शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण कराया। कोविड के प्रति जनजागरुकता में कोल इंडिया के योगदान का भी उन्होंने जिक्र किया।