देश की वर्तमान हालात पर लेखक चिंतित, साहित्‍य के माध्‍यम से लोगों को बताएंगे सच्‍चाई

झारखंड
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जलेस हर माह के तीसरे रविवार को आयोजित करेगा विचार गोष्‍ठी

रांची। देश की वर्तमान हालात पर लेखक चिंतित हैं। साहित्‍य और संस्‍कृति के माध्‍यम से लोगों को सच्‍चाई बताएंगे। इसके मद्देनजर जनवादी लेखक संघ (जलेस) की रांची शाखा हर माह के तीसरे रविवार को विचार गोष्‍ठी आयोजित करेगी। यह निर्णय रविवार को जलेस की हुई बैठक में लिया गया। बैठक की अध्‍यक्षता डॉ विनोद कुमार ने की।

बैठक में वर्तमान स्थिति पर चिंता व्यक्त की गई। सुझाव दिया गया कि साहित्य एवं संस्कृति  के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचने का प्रयास कर सच्चाई से रूबरू कराया जाय, ताकि धुंध छटे।

लेखक समाज भी वर्तमान स्थिति की भयावहता से चिंति‍त है। आस्था के नाम पर जनमानस को दिग्भ्रमित किया जा रहा है। ये देश और समाज के लिए शुभसंकेत नहीं है। हमें इस स्थिति से स्वयं और समाज को भी निकालना  है। मंहगाई आसमान छू रही है। बेरोजगारी पिछले 45 साल के सबसे निचले स्तर पर है। हमें इसकी चिंता करनी है।

इस विषम परिस्थितियों में जलेस की गतिविधियां तेज करने सहित हर माह के तीसरे रविवार को गोष्ठी आयोजित करने का भी निर्णय लिया गया। इसके मद्देनजर 16 जून को आज की परिस्थितियों पर विचार गोष्ठी आयोजित की जायेगी।

जलेस खबर के द्वितीय अंक के प्रकाशन पर भी चर्चा हुई। इसे जारी रखने का निर्णय  लिया गया।

सचिव ने बैठक में उपस्थित सदस्यों को अवगत कराया कि 23 से 25 सितंबर तक जलेस का 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन जयपुर में होने जा रहा है। रांची से एक दर्जन लेखक/कवि इसमें शामिल होंगे। स्वागत समिति को शीघ्र सूचित कर दिया जायेगा।

बैठक में डॉ जमशेद कमर, कुमार बृजेन्द्र, ओमप्रकाश बरनवाल, अपराजिता मिश्रा, शालिनी साबू, एजाज अनवर, आलम आरा और डॉ विनोद कुमार ने अपने विचार रखे। गालिब नश्तर, महफूज आलम, अमन कुमार, नाहिद साहेबा, मोइजुद्दीन मिरदाहा, फिरदौस जहां, कलाम खान, अविनाश आदि उपस्थित थे। बैठक का संचालन एमजेड खान ने किया।