सहरसा। बिहार के सहरसा में पुलिस की उग्र भीड़ ने जमकर धुनाई कर दी। पुलिस जवानों को आक्रोशित लोगों ने बंधक भी बना लिया। बिगड़ती स्थिति को देखते हुए पुलिस को आत्मरक्षा के लिए उग्र भीड़ पर सर्विस पिस्टल ताननी पड़ी। बावजूद उग्र भीड़ शांत होने का नाम नहीं ले रही थी। देखते ही देखते पूरा इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस झड़प में एएसआई बिनोद कुमार रॉय जख्मी हुए हैं।
वाक्या शनिवार की रात जिले के बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के रंगीनियां वार्ड नंबर-13 महादलित टोला का है। टोला के समीप रात में सड़क पर कर रहे 60 वर्षीय व्यक्ति को तेज रफ्तार बाइक सवार युवक ने जोरदार टक्कर मार दी। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल ले जाने के क्रम में रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान टुनो सादा के रूप में हुई। वह रंगीनियां वार्ड नं0-13 महादलित टोला का रहने वाला था। स्थानीय लोगों ने बाइक सवार युवक को पकड़ लिया। क्लिनिक में बंद कर दिया।
घटना की सूचना बख्तियारपुर थाने की पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस आरोपी युवक को हिरासत में लेकर अपने साथ थाने ले जा रही थी। इस क्रम में घटना से गुस्साए महादलित समुदाय के लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उसके साथ मारपीट करने लगे। दो सिपाहियों को भी लोगों ने बंधक बना लिया। उसके साथ भी दुर्व्यवहार करने लगे। बावजूद पुलिस आरोपी युवक को सुरक्षित अपने साथ थाने ले गई।
हालांकि हालात बिगड़ता ही चला गया। अंतत: पुलिस ने अपनी सुरक्षा के लिए सर्विस पिस्टल तान दी। बख्तियारपुर थाने में तैनात एसआई कामाख्या नारायण और विनोद कुमार अपना सर्विस पिस्टल हाथों में लेकर भीड़ को तीतर-बितर करने में लग गए। बावजूद लोग शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे। बताया जा रहा है कि घटना के बाद ही पुलिस को सूचना दी गई थी। हालांकि पुलिस देर से घटना स्थल पर पहुंची थी। इसके बाद लोगों का आक्रोश पुलिस पर फूट पड़ा। उन्होंने हमला कर दिया।