रामगढ़। गांधी मेमोरियल हाई स्कूल रामगढ़ में 12 वीं की परीक्षा देनेवाले छात्रों की उत्तर पुस्तिका का जांच केंद्र बनाया गया है। यहां जांच करने आए सभी शिक्षकों और व्याख्याताओं ने कॉपी जांच करने से मना कर दिया। सभी शिक्षक बहिष्कार करते हुए बाहर निकल गए।
शिक्षकों का कहना था कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल कॉपी जांच करने वाले शिक्षकों का शोषण कर रहा है। उत्तर पुस्तिका जांच करने वाले शिक्षकों ने जैक बोर्ड पर कई आरोप लगाए हैं। जुबली कॉलेज से आए प्रो आलोक सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष जैक बोर्ड के माध्यम से हर शिक्षक को प्रतिदिन 40 कॉपी जांचने का आदेश था। प्रत्येक कॉपी जांचने पर सभी शिक्षकों को 20 रुपए मिलते थे। लेकिन इस वर्ष से झारखंड एकेडमिक काउंसिल से हर शिक्षक को प्रतिदिन 70 कॉपी जांचने का आदेश दिया गया है। साथ ही हर कॉपी पर मात्र 10 रुपए की राशि देने की बात कही गई। यह राशि शिक्षकों के लिए सम्मानजनक नहीं है।
इन्हीं बातों को लेकर सभी शिक्षकों ने विरोध किया है। रामगढ़ इंटर महिला विद्यालय के प्रोफेसर संजय सिंह ने बताया कि जैक बोर्ड शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर शिक्षकों पर एक दिन में 70 कॉपी जांचने का दबाव बनाया जाएगा, तो छात्रों के साथ शिक्षक भी न्याय नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक को होटल के खर्च के रूप में मात्र 250 रुपए दिए जा रहे हैं। पूरे रामगढ़ क्षेत्र में 250 रुपए में किसी भी होटल में ठहरने की व्यवस्था नहीं है। इन मामलों को लेकर शिक्षकों ने जैक बोर्ड के अध्यक्ष अनिल कुमार महतो को पत्र लिखते हुए पूरी जानकारी दी है।