भोपाल। मध्य प्रदेश के गुना के आरोन थाना क्षेत्र के जंगल में शिकारियों ने तीन पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। काले हिरण का शिकार कर रहे शिकारियों को पकड़ने पुलिस गई थी। राज्य सरकार ने पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा देकर आश्रितों को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। ग्लालियर के आईजी अनिल शर्मा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक पुलिसकर्मियों को काले हिरण के शिकार करने की सूचना मिली थी। इसके बाद शिकारियों को पकड़ने के लिए आरोन थाना क्षेत्र के सगा बरखेड़ा गांव पहुंचे थे। पुलिस ने शिकारियों को घेर लिया था। इसके बाद उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया। गुना के पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा ने बताया कि शिकारियों ने 3 पुलिसकर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। इसमें आरोन थाने के एसआई राजकुमार जाटव, हेड कांस्टेबल नीरज भार्गव और आरक्षक संतराम शामिल हैं।
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि घटना बहुत दुखद है। कुछ बदमाशों की सूचना पुलिस को मिली थी। बदमाशों ने अपने आप को चारों तरफ से घिरा देखकर फायरिंग शुरू कर दी। हमारे एक SI, एक हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शहीद हो गए।
मंत्री ने बताया कि लगातार बदमाशों की घेराबंदी की जा रही है। हम जल्द उन्हें पकड़ लेंगे। इन बदमाशों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। 5 हिरणों के सिर मिले हैं। 2 हिरणों की बॉडी मिली है। मोर का भी शव मिला है। यहीं से शिकारियों की तरफ ध्यान जाता है।
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पुलिसवालों ने शिकारियों का सामना करते हुए शहादत दी है। अपराधियों के ख़िलाफ ऐसी कार्रवाई होगी, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी। घटना में शहादत देने वाले पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा देकर 1-1 करोड़ की सम्मान निधि उनके परिवार को दी जाएगी।
सीएम ने कहा कि परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा में लिया जाएगा। शहीदों का पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होगा। घटना स्थल पर घटना के बाद पहुंचने में देरी करने पर मैंने ग्वालियर के IG को तत्काल हटाने का फैसला किया है।