नई दिल्ली। बीजेपी ने राज्यसभा के लिए जिन उम्मीदवारों की घोषणा की है, उसमें मोदी कैबिनेट में एकमात्र मुस्लिम मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का नाम न होने से उनका मंत्री पद खतरे में पड़ गया है। केंद्र में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नकवी इसी साल मार्च में राज्यसभा से रिटायर हुए थे।
बीजेपी ने उन्हें झारखंड से राज्यसभा भेजा था। मंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें छह महीने के भीतर लोकसभा या राज्यसभा का सांसद बनना होगा। दो साल में एक बार राज्यसभा के होने वाले चुनाव 10 जून को हैं।
कहा जा रहा है कि बीजेपी उन्हें रामपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में अपना उम्मीदवार बना सकती है। रामपुर से नकवी लोकसभा सांसद रह चुके हैं। इस बार रामपुर से सपा के आजम खान सांसद थे। बाद में वे सांसदी से इस्तीफा देकर यूपी विधानसभा में चले गए। यूपी के रामपुर और आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव 23 जून को है।