रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन को विधायकी बचाने का एक और मौका चुनाव आयोग ने दिया है। इस मामले में उन्हें व्यक्तिगत पेशी का अवसर दिया गया है। यह मौका भाजपा को भी दिया गया है। यह जानकारी भाजपा के गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दूबे ने अपने ट्विट में दिया है।
बताते चलें कि खनन पट्टा आवंटन के मामले में चुनाव आयोग ने दोनों को नोटिस दिया है। उनसे पूछा है कि क्यों नहीं उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त कर दी जाए। दोनों को 10 मई तक जवाब देने का मौका दिया गया था। हालांकि सीएम ने एक माह का और समय आयोग से मांगा था। इसके बाद आयोग ने उन्हें 20 मई तक जवाब दाखिल करने का समय दिया था।
इस मामले में डॉ दूबे ने ट्विट कर लिखा है, ‘सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग में विधानसभा की सदस्यता बचाने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी व उनके छोटे भाई बसंत सोरेन जी को एक और मौक़ा व्यक्तिगत पेशी का मिला, यह मौक़ा हमारी पार्टी @BJP4Jharkhand को भी मिला। एक भाई की पेशी 30 मई व दूसरे की पेशी 31 मई। पूरा मौक़ा है।‘