आरा। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के पेपर लीक की पूरी तैयारी पहले से ही आरा स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलेज के सेंटर पर की गई थी। चूंकि वहां परीक्षा संचालन करने के लिए जो भी नियम-कायदे बीपीएससी के स्तर से निर्धारित किए गए हैं, उनमें तकरीबन किसी का पालन नहीं किया गया था। यह खुलासा अब तक हुई जांच में मिले तथ्यों के आधार पर हुआ है।
वीर कुंवर सिंह कॉलेज बीपीएससी जैसी बेहद महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील परीक्षा का केंद्र था, लेकिन वहां का सीसीटीवी कैमरा ही काम नहीं कर रहा था। इतना ही नहीं, किसी कमरे में रिकॉर्डिंग की कोई व्यवस्था नहीं थी। ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई)ने जांच में पाया कि इस केंद्र के अंदर कोई छात्र मोबाइल लेकर चला गया था। चूंकि सी-सेट का जो प्रश्नपत्र लीक हुआ है, उसके पन्नों के फोटो खींचकर किसी ने वाट्सएप से किसी को भेजा था। बाद में इसी सी-सेट का पूरा प्रश्न-पत्र वायरल हो गया। वीर कुंवर सिंह कॉलेज परीक्षा सेंटर पर जितने छात्रों ने परीक्षा दी थी, उन सभी के रौल नंबर की भी जांच इओयू कर रहा है।
फोटो वायरल करने का आरोप धमदाहा के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम प्रबोध यादव पर लगा है। आरोप है कि परीक्षा केंद्र्र पर मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त रहते हुए परीक्षा केंद्र का फोटो वायरल किया। यह मामला बीएनसी डिग्री कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र से जुड़ा है। इओयू ने बीडीओ समेत जिन चार लोगों को मंगलवार को गिरफ्तार किया था, उनकी निशानदेही पर दर्जनभर स्थानों पर छापेमारी की गई।