प्रशांत अंबष्ठ
बेरमो (बोकारो)। ऑस्ट्रेलिया की कंपनी की कीमती डिजाइन झारखंड में बेच दी गई है। इस संबंध में कानूनी के कानूनी सलाहकार ने गोमिया के आईइएल थाना में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
इनके विरुद्ध केस
जानकारी के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय जगत की नामी गिरामी ओरिका कंपनी ऑस्ट्रेलिया की कंपनी है। यह झारखंड के बोकारो जिले के गोमिया में स्थापित है। इसकी कीमती डिजाइन को कंपनी के प्रोजेक्ट एंड इंजीनियरिंग मैनेजर सत्यनारायण केआर ने बेच दिया। इस संबंध में ओरिका कंपनी के पार्ट इंडियन एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड के कानूनी सलाहकार संगीत बक्सी ने ओरिका कंपनी के प्रोजेक्ट एंड इंजिनीरिंग मैनेजर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। इस कृत्य में शामिल सभी लोगों को आरोपी बनाया है। इस संदर्भ में आइडियल डेटोनेटर्स प्राइवेट लिमिटेड के जीएम श्रीनिवासन राव, उसके कर्मचारी शिव प्रसाद, गोपीनाथ कांबली, रामचंद्रन नायडू, केमली गोपालप्पा सरोजम्मा के विरुद्ध आईइएल थाना में मामला दर्ज कराया गया है। गोपीनाथ कांबली और केमली गोपालप्पा के सत्यनारायण के माता पिता हैं।
क्या है मामला
विश्व के प्रसिद्ध माइनिंग सर्विसेज की कंपनी ऑरिका गोमिया में स्थापित है। यह कंपनी मूलत: डेटोनेटर बनाती है। यहां कंपनी कुछ दिन पहले शॉक ट्यूब नामक प्लांट स्थापित की थी। इस प्लांट की देखरेख से लेकर स्थापित करने तक की जिम्मेदारी प्रोजेक्ट मैनेजर सत्यनारायण पर थी। मैनेजर सत्यनारायण ने शॉक ट्यूब प्लांट की सभी गोपनीय जानकारी यथा डिजाइन तक दूसरी कंपनी को बेच दी। इस बात की जानकारी जब ओरिका कंपनी को हुई, तब उन्होंने आईइएल थाना में लिखित शिकायत की। मामला दर्ज कराया। ओरिका कंपनी ने तत्काल सत्यनारायण केआर को बर्खास्त कर दिया है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुटी है।
शॉक ट्यूब अद्वितीय
गोमिया के आईइएल में डेटोनेटर कोड यथार्थ शॉक ट्यूब का प्लांट स्थापित किया गया है। इसकी लागत करीब 400 से 500 करोड़ रुपये है। ओरिका कंपनी की शॉक ट्यूब अंतरराष्ट्रीय बाजार में अद्वितीय है। इस कंपनी द्वारा बनाये जा रहे शॉक ट्यूब के भारत सहित विदेशों में अलग पहचान है।
सत्यनारायण ने वर्ष 2016 में ही शॉक ट्यूब की तकनीकी जानकारी, डिजाइन और संपूर्ण ब्लू प्रिंट आइडियल डेटोनेटर सिकंदराबाद, तेलंगाना की कंपनी को बेच दिया था। दर्ज मामले में कहा गया है कि मैनेजर ने अपने माता पिता के नाम से दो कंपनी भी बनाई है। एक मां के नाम नायडू इंटरप्राइजेज, दूसरा पिता के नाम एक्सेलटेक सोल्यूशन कंपनी बनाई, जो बेंगलुरू के ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित है।
जांच की जा रही
सत्यनारायण ने एक तो कंपनी की सभी गोपनीय जानकारी और डिजाइन आइडियल डेटोनेटर्स प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी। वहीं, अपने माता पिता के नाम से बनाई गई कंपनी के नाम से फर्जीवाड़ा किया है। इसलिए ओरिका कंपनी के कानूनी सलाहकार ने उन सभी लोगों को आरोपी बनाया है, जो इस कारनामे में शामिल हैं। इस संबंध में थाना प्रभारी आशीष कुमार ने कहा कि मामला दर्ज कर जांच पड़ताल की जा रही है। दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।