रांची। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) ने अभी तक का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोयला उत्पादन 68.85 मिलियन टन किया। कोयला प्रेषण 71.86 मिलियन टन कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। कोयला उत्पादन और प्रेषण में 10% की वृद्धि दर्ज की। उक्त बातें सीएमडी पीएम प्रसाद ने 01 अप्रैल को प्रेस से कही।
भूमि के एवज में 899 करोड़ दिया
सीएमडी ने कहा कि रैक लोडिंग में 12 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ओबीआर हटाने में 3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। सीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में भूमि के एवज में 899.10 करोड़ रुपये का मुआवजा का भुगतान किया। इसी तरह कैपिटल एक्सपेंडिचर 2000 करोड़ रुपये किया गया। कंपनी ने अपने कमांड क्षेत्रों में 133 हेक्टेयर भूमि पर पौधरोपण किया, जो कि दिये गये लक्ष्य 110 हेक्टेयर से अधिक था।
सीएसआर के तहत कई काम
सीएमडी ने कहा कि सीसीएल झारखंड के आठ जिलों में खनन गतिविधियां संचालित करती है। अपने सभी कमांड क्षेत्रों में सीएसआर योजना के अंतर्गत अनेक लोक कल्याणकारी योजनाओं का कार्यान्वयन भी करती है। इस वर्ष भी कंपनी ने रामगढ़ में एक सामुदायिक रसोई स्थापित करने के लिए अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है। इससे झारखंड के सरकारी स्कूलों के लगभग 50,000 छात्रों को मध्याह्न भोजन प्रदान किया जाएगा।
जमीन के बदले 143 को नौकरी
कंपनी ने जमीन के बदले 143 लोगों को नौकरी दी है। राज्य सरकार को अप्रैल में कुछ और पैसों का भुगतान किया जाएगा। कमांड एरिया में अवैध खनन पर प्रतिबंध लगाने का काम किया जा रहा है। भूमि अधिग्रहण को लेकर कमेटी का गठन किया गया है। इसकी रिपोर्ट अप्रैल के अंत तक का जाएगी। उसके आधार पर पैसे का भुगतान किया जाएगा।
रांची में केंद्रीय पुस्तकालय बनेगा
इसके अलावे रांची में केंद्रीय पुस्तकालय स्थापित किया जाएगा। इसमें 2,000 लोगों को बैठने की व्यवस्था होगी। इसके लिए मोरहाबादी में जमीन मिलने की संभावना है। चतरा के सिमरिया में नया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) स्थापित किया जाएगा। टंडवा में एचएमवी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर, चतरा जिले के लिए 8 एम्बुलेंस, केवीके, मांडू, रामगढ़ में हाई-टेक नर्सरी, रांची और हटिया रेलवे स्टेशन में बोतल क्रशिंग मशीन, सरकारी 120 स्कूल में सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीन एवं सिमडेगा में हॉकी खिलाड़ियों के लिए लाइटिंग हॉकी ग्राउंड आदि की स्थापना की जाएगी।
76 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य
सीएमडी ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में कंपनी को 76 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 77 मिलियन टन प्रेषण का लक्ष्य दिया गया है। ओबीआर का 125 एमक्यूएम का लक्ष्य दिया गया है। चालू वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल से जून) में कंपनी को उत्पादन में 15 फीसदी का ग्रोथ करना है। यह कोयला पावर प्लांट को दिया जाएगा। किसी भी कीमत पर पावर प्लांट में कोयले की कमी नहीं होने दी जाएगी।
सौर ऊर्जा उत्पादन की योजना
सीएमडी ने बताया कि कंपनी सौर ऊर्जा को लेकर भी कंपनी ने योजना तैयार की है। अशोका में 20 मेगावाट ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया चल रही है। सीएमपीडीआई के साथ 3.5 मेगावाट उत्पादन के लिए एमओयू किया गया है। 6.5 मेगावाट उत्पादन के लिए अलग से योजना है। इसी तरह कंपनी की बिल्डिंग की छत पर भी सोलर पैनल लगाने की दिशा में काम हो रहा है।
सभी के सहयोग से हो रहा काम
सीएमडी ने कहा कि केंद्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी एवं उनकी टीम के मार्गदर्शन, कोल इंडिया अध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल के नेतृत्व में सीसीएल निरंतर नई उंचाईयों को प्राप्त कर रहा है। राज्य सरकार एवं स्थानीय जिला प्रशासन का भी निरंतर सहयोग मिल रहा है। मौके पर सीसीएल के डेजिगनेटेड निदेशक तकनीकी (संचालन) आरबी प्रसाद भी उपस्थित थे।