इटखोरी भद्रकाली मंदिर में उल्लास से मनेगा चैत्र नवरात्र का अनुष्ठान, पूरे होंगे सभी विधान

झारखंड
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हजारीबाग। इस वर्ष चैत्र नवरात्र का अनुष्ठान दो अप्रैल से प्रारंभ होगा। मां दुर्गा के भक्त 10 अप्रैल को चैत्र नवरात्र के अनुष्ठान की पूर्णाहुति करेंगे। इसी दिन रामनवमी का भी त्योहार मनाया जाएगा।

चतरा स्थित झारखंड के ऐतिहासिक मां भद्रकाली मंदिर के पुजारी नागेश्वर तिवारी ने बताया है कि दो अप्रैल शनिवार के दिन देवी मंदिरों में चैत्र नवरात्र के कलश की स्थापना होगी। चैत्र नवरात्र के पहले दिन से ही भगवती की उपासना के लिए दुर्गा सप्तशती का पाठ प्रारंभ हो जाएगा।

नौ अप्रैल को महाष्टमी का उपवास होगा। नौ अप्रैल की रात 10:26 बजे के बाद महाअष्टमी के गमन तथा महानवमी के आगमन के बीच चैत्र नवरात्र की संधि बलि दी जाएगी। 10 अप्रैल को कलश विसर्जन तथा हवन के पश्चात चैत्र नवरात्र के अनुष्ठान की पूर्णाहुति होगी।

मां भद्रकाली मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैत्र नवरात्र के मौके पर इस ऐतिहासिक मंदिर परिसर में दर्शन पूजन का विशेष आयोजन किया जाएगा। चैत्र नवरात्र के प्रथम दिन पूरे विधि-विधान के साथ माता के मंदिर के गर्भ गृह में मंदिर प्रबंधन समिति नवरात्र के कलश की स्थापना करेगी। इस वर्ष चैत्र नवरात्र में भगवती का आगमन घोड़े पर हो रहा है और हाथी पर सवार होकर देवी विदा होंगी।

चैत्र नवरात्र में इस वर्ष मां दुर्गा की विदाई को शुभ माना जा रहा है। पुजारियों का कहना है कि नवरात्र में मां दुर्गा का आगमन या विदाई अगर हाथी पर होता है, तो उस वर्ष अच्छी बारिश होती है।