गोस्सनर कॉलेज में फिल्म ‘द अग्ली साइड ऑफ ब्यूटी’ की स्क्रीनिंग

झारखंड
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रांची। गोस्सनर कॉलेज के मास कॉम विभाग में मंगलवार को डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘द अग्ली साइड ऑफ ब्यूटी’ की स्क्रीनिंग की गई। मौके पर मूवी के प्रोड्यूसर दीपक बाड़ा भी मौजूद थे। मास कॉम विभाग के प्रोफेसर अनुज कुमार ने प्रोड्यूसर को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया। मूवी को छात्र-छात्राओं को दिखाई गई।

डॉक्यूमेंट्री अभ्रक खनन पर बनाई गई

पूरी डॉक्यूमेंट्री अभ्रक खनन पर बनाई गई है। इसमें खनन करने वाले मजदूरों के जीवन को दर्शाया गया है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह बाल मजदूरी कराई जाती है। खनन के दौरान किस तरह की परेशानियों का वह सामना करते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए कोई भी वस्तु उपलब्ध नहीं होता है।

फिल्म में दोनों पक्षों को रखा गया

डॉक्‍यूमेंट्री में दोनों पक्षों की राय रखी गई है। बताया गया कि किस तरह से लोग बाल मजदूरी पर सवाल उठाते हैं, दूसरी ओर उन्हें पता ही नहीं होता कि दरअसल वह बाल मजदूरी हैं भी या नहीं। इस डॉक्यूमेंट्री में ग्राउंड लेवल से अपर लेवल तक की मार्केटिंग दिखाई गई है। दिखाया गया है कि किस तरह कम से कम खर्च पर मजदूरों को झारखंड में अभ्रक खनन का काम कराया जाता है। इससे मेकअप प्रोडक्ट बनाकर कंपनियां लाखों करोड़ों की कमाई करती है। कमाई का कोई जरिया नहीं होने के कारण मजदूरों को जान जोखिम में डालकर अभ्रक खनन करना पड़ता है। खनन करने वाले मजदूर कहते हैं कि जंगल ही उनका घर है। हालांकि यहां भी उन्हें सरकारी अधिकारियों द्वारा कई चीजों पर रोक लगाई जाती है।

प्रोड्यूसर ने सभी तथ्यों को बताया

विद्यार्थियों ने दीपक बाड़ा से इस डॉक्यूमेंट्री और मजदूरों से जुड़े हुए कई सवाल पूछे। दीपक बाड़ा ने डॉक्‍यूमेंट्री से जुड़े सभी तथ्यों को बताया। उन्होंने बताया कि फिल्म और एक्टिविज्म एक दूसरे से अलग नहीं है। इस मौके पर मास कॉम विभाग की प्रोफेसर महिमा गोल्डन, प्रोफेसर अनुज कुमार और विद्यार्थी उपस्थित थे। छात्रा श्रुति परमार ने धन्यवाद किया।