गांव को गोद लेकर जागरूक कार्यक्रम कर रहे एनएसएस स्‍वयंसेवक

झारखंड
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रांची। डोरंडा महाविद्यालय, रांची की एनएसएस इकाई 1 और 2 द्वारा 7 दिवसीय विशेष शिविर के तहत स्वास्थ्य एवं स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस क्रम में गोद लिए नामकुम प्रखंड के खिजरी गांव में 100 स्वयंसेवक 25 मार्च से लगातार विभिन्न विषयों पर जागरुकता कार्यक्रम कर रहे हैं।

इस क्रम में रविवार को मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण संकायाध्यक्ष डॉ राजकुमार शर्मा ने विद्यार्थियों को आगे बढ़ने के मंत्र दिये। पढ़ाई के साथ-साथ समाज के विकास में अपना सक्रिय योगदान दें। खिजरी गांव का जमीनी स्तर पर सर्वे कर इसकी वास्तविक रिपोर्ट तैयार कर समस्याओं के निराकरण की सकारात्मक पहल करें।

रिम्स की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अतिमा भारती ने कहा कि महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्होंने शिविर में शामिल स्वयंसेविका एवं ग्रामीण महिलाओं को उनके स्वास्थ्य संबंधी कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी।

रांची विश्वविद्यालय के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने कहा कि स्वयंसेवक अपने अंदर सामाजिक संवेदना का भाव विकसित करें। जमशेदपुर मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ लक्ष्मण लाल ने कहा कि आप सामर्थवान हैं, इसीलिए सामाजिक कार्य के लिए हमेशा तैयार रहें।

शिविर में 7 दल बनाए गए हैं। इनके नाम विभिन्न जल प्रपातों पर रखे गये हैं। इसमें हुंडरू, दशम, जोन्हा, सीता, पंचघाघ, रानी, रीमिक्स शामिल है।

आज स्वयंसेवक एवं ग्रामीणों को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। स्वयंसेवकों ने स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं नशा मुक्ति को लेकर जागरुकता रैली भी निकाली। पूरे शिविर की मॉनिटरिंग डोरंडा महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी श्रीमती शालिनी और डॉ एमलिन केरकेट्टा  कर रही हैं।

शिविर के सफल आयोजन में डॉ कंचन मुंडा, दिवाकर आनंद, रोशन, हर्षित, अमन, सूरज, बॉबी, आरव, श्रवण, नीतीश, आदित्य, आभास, अंजली, पिंकी, पम्मी, केशव, बबीता, अमांषी, अक्षत, सुषमा, तजमूल, अमीषा, प्रियंका, संजीदा, रोहित, गोपाल, काजल आदि की भूमिका है।