सीएमपीएफ निवेश घोटाले की उच्‍चस्‍तरीय जांच की मांग की सीकेएस ने

झारखंड
Spread the love

  • कार्यालय के समक्ष धरना देकर केंद्रीय कोयला मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

रांची। कोयला खान भविष्य निधि (सीएमपीएफ) निवेश घोटाले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ ने की। संघ के सदस्‍यों ने इसकी जांच कर पूरा पैसा सीएमपीएफ के खाते में जमा करने की बात कही। इसके सहित अन्‍य मांगों को लेकर संघ के सदस्‍यों ने 24 मार्च को झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम स्थित सीएमपीएफ कार्यालय के समक्ष धरना दिया। केंद्रीय कोयला मंत्री प्रह्लाद जोशी के नाम ज्ञापन सौंपा।

सदस्‍यों ने कहा कि कोयला मंत्रालय के अधीन संचालित कोयला खान भविष्य निधि में कोयला मजदूरों के खून पसीने का पैसा जमा है। सीएमपीएफ कार्यालयीन कार्यों में चल रही अनियमितता में सुधार लाने एवं समस्या का समाधान को लेकर संगठन लगातार पत्राचार एवं आंदोलन कर रहा है। इसके बावजूद सीएमपीएफ आयुक्त द्वारा विषय की गंभीरता को नहीं समझते हुए टालमटोल के नीति अपनाई गई।

हाल ही में सीएमपीएफ में दीवान हाउसिंग फायनांस लिमिटेड निवेश घोटाले में करीब 727.67 करोड़ रुपये के घोटाले की जानकारी संगठन को मिली। इससे कोयला कामगारों में काफी रोष व्याप्त है, जिससे किसी भी समय औद्योगिक शांति भंग होने की आशंका है।

उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए संगठन द्वारा 24 मार्च, 2022 को धनबाद स्थित सीएमपीएफ आयुक्त कार्यालय सहित सभी क्षेत्रीय आयुक्त कार्यालय के सामने धरना- प्रदर्शन किया गया।

धरना की अध्यक्षता सीसीएल कोलियरी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दिलीप कुमार ने की। संचालन संयुक्त महामंत्री शशि भूषण सिंह ने किया। मौके पर अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के मंत्री राजकुमार सिंह, सीसीएल के प्रभारी राजीव रंजन सिंह, महामंत्री संजय कुमार चौधरी, रविंद्र कुमार मिश्रा अनुप सिंह, धीरज पांडेय, रामेश्वर कुमार मंडल, दिलीप कुमार सिंह, शंकर सिंह, मदन कुमार, निर्गुण महतो, देवेंद्र तिवारी, माया कुमारी सहित 12 सौ से अधिक कार्यकर्ता उपस्थित थे।